________________ राग-दोसो य कओ इट्ठाऽणिढेसु जो य रूवेसु / चक्खिंदियमूढेणं सो मे तिविहेण वोसिरिओ // 198 // घाणत्थिएण पूइसु कत्थूरिमिगाइए व जे सत्ते / मण-वय-काएहि य रे ! वहिए य वहाविए खामे // 199 // भवभयमगणंतेणं रसणिदियमुच्छिएण जे वहिया / मच्छ-मिगाइयजीवा मण-वय-काएहि ते खामे . // 200 // फासिदियवसगेणं जमज्जियं पावकम्म मे तइया / परजुवइविलोयणसंगएण सव्वं तयं निंदे // 201 // धम्मत्थं जे वहिया जीवा जनेसु मिच्छभावेण / . .. तह अन्नाणवसेण वि जे निहया ते वि खामेमि // 202 // परवसणे जो हरिसो, अब्भक्खाणं तु जं मए दिन्नं / पेसुन्नं जं च कयं परस्स जा वंचणा विहिया // 203 // वीसत्थमारणं जं बालित्थी-ऽणाह-गब्भ-रिसिघायं / जं च कयं मूढेणं तमहं गरिहामि निस्सेसं // 204 // जं जाओ दुहहेऊ देसेसु अणारिएसु जीवाणं / परलोगनिप्पिवासो तं पि य गरिहामि तिविहेणं // 205 // खट्टिग-मच्छिय-वागुरिंग-डुंब-मिच्छासु पावजाईसु / जाएण जिए वहिए आरियखित्ते वि खामेमि // 206 // वणदाह गामदाहं जणवयदाहं सराऽऽइसोसं च / काउमणेगे वहिया जे जीवा ते वि खामेमि // 207 // कम्मण-वसिकरणुच्चाडणेहिं जोगेहि मंत-तंतेहिं / . साइणि-जोइणि-मुग्गय-भूयाईनिग्गहेहिं तहा // 208 // विजयनिमित्तं जोयस-कोउयकम्माइएहि जे जीवा / . दुहिया विहिया इण्डिं तेसु य सव्वेसु समभावो / // 209 // 108