________________ जलजत्ताईमहयारंभेसु य थूलकम्मदाणेसु / जे वट्टतेण मए जीवा वहिया तए खामे // 210 // जे जाणमजाणं वा राग-दोसेहि अहव मोहेणं / जं दुक्खविया जीवा खमंतु ते मज्झ सव्वे वि // 211 // मणसा वा वयसा वा कायेण व इहभवे य इयरे वा / संघट्टिया व परिताविया व उद्दाविया वा वि // 212 // हसिया व तज्जिया वा अवमाणिय जे व दूमिया व मणे / कोहेण व माणेण व मायाए अहव लोभेणं // 213 // हासेणं व भएण व सोएण व दुट्ठकम्मयाए वा / आलस्सेण य सहसागारेणं तह अणाभोगा / // 214 // ते मे खमंतु सव्वे, अहमवि तेसिं खमामि अवराहं / मित्तीभावमुवगओ वेरपबंधेण य विमुक्को // 215 // तह रज्जतलारत्तं गुत्तीवालत्तणं अमच्चत्तं / लहिडं अईयकाले किं किं न कयं जियाण मए? // 216 // रणभूमिहया केई, केई ऊसासिया य सेहविया / आहेडयम्मि वहिया, अने य गहाविया दिव्वं // 217 // दुव्वयणिया य केई, कुंभीपाएण पाइया अन्ने / गुत्तीसु केइ छूढा, जणमझे धरिसिया अन्ने. . // 218 // केई हडीसु खित्ता, अन्ने सूलासु रोविया, अवरे / पीलाविया य जंते, पमद्दिया कडगमद्देण // 219 // संडसिया केइ जिया, अन्ने नियलेहिं दामिया चलणे / अयसंकलसंकलिया, केई हत्थंदुयनिबद्धा // 220 // काण वि पट्टा गहिया, केई सि(सी)यारिया रसंता य। .. काण वि हियए अरला दवाविया, तह सिला बहुसो // 221 // 109