________________ जं किंचि खाइ, जं किंचि कुणइ, जं किंचि पियइ निल्लज्जो / बालो दुगुंछणिज्जो मेज्झाऽमेझं अयाणतो // 600 // बालत्तणे कयं सव्वमेव जइ नाम संभरिज्ज तओ / अप्पाणम्मि वि गच्छे निव्वेयं, किं पुण परम्मि ? // 601 // अट्ठीण हुंति तिण्णि उ सयाई भरियाई असुइमज्जाए / सव्वम्मि चेव देहे संधीण य तत्तिया भणिया // 602 // आहारूण नव सया, सिरासयाइं च हुंति सत्तेव। . देहम्मि मंसपेसीण हुंति पंचेव य सयाई // 603 // चत्तारि सिराजालाणि हुंति, सोलस य कंदराईणि / छ च्चेव सिराकुच्चा देहे, दो मंसरज्जूणि / / 604 // सत्त तयाओ, कालेज्जयाई सत्तेव हुंति देहम्मि / सव्वं पि रोमकोडीण हुंति असिई सयसहस्सा // 605 // एक्कामासपवत्थाओ अंतगुंजाओ सोलस हवंति / कुणिमस्स आढया सत्त हुंति, थूणाओ तिण्णेव // 606 // सत्तुत्तर मम्मसयं, नव वणवयणाई पूइवाहीणि / देहम्मि मत्थुलिंगं अंजलिमित्तं च मेओ य // 607 // तिण्णि य वसंजलीओ, छ च्चेव य अंजलीओ पित्तस्स / सिंहो पित्तसमाणो, लोहियमद्धाढयं होइ . // 608 // मुत्तं. चाऽऽढयमित्तं, उच्चारस्स य हवंति, छप्पत्था / वीस नहा, बत्तीसं दंता पाएण देहम्मि // 609 // किमिणो व्व वणो किमिकुलसएहि सइ संकुलं सरीरमिणं / इक्कं पि नत्थि अंगं पूर्व सुइयं च जं हुज्जा // 610 // सव्वुक्कत्तियचम्मं पंडरगत्तं मुयंतवणरसियं / सट्ठ वि दइयं महिला दटुं पि नरं न रोएइ // 611 // 129