________________ // 257 // उव्वाओ तद्दिवसं च वीसमित्ता गर्णि उवट्ठाइ / उद्धरिउमणो सल्लं बिइए तइए य दिवसम्मि // 252 // आयारव माहारव ववहारुप्पीलए पकुव्वी य। निव्वव अवायदंसी अपरिस्सावी य निज्जवओ // 253 // आयारं पंचविहं धरइ धरावेइ. जो निरइयारं / . उवदंसइ य जहुत्तं एसो आयारवं नाम // 254 // दसविहठियकप्पे वा हविज्ज जो सुट्ठिओ सयाऽऽयरिओ। आयारवं स भण्णइ पवयणमायासु आउत्तो . // 255 // आचेलक्कुद्देसिय सिज्जायर रायपिंड किइकम्मे / वय जिट्ठ पडिक्कमणे मासं पज्जोसवणकप्पे // 256 // आयारत्थो दोसे पयहिय खमयं गुणेसु ठावेइ / आयारत्थो तम्हा निज्जमओ होइ आयरिओ चोद्दस-दस-नवपुव्वी महामई सायरो व्व गंभीरो / कप्प-व्ववहारधरो भण्णइ आहारवं नाम . // 258 // नासिज्ज अगीयत्थो चउरंगं तस्स लोयसारंगं / नट्ठम्मि य चउरंगे न य सुलहं होइ चउरंगं // 259 // संसारसायरम्मी अणंतभवतिक्खदुक्खसलिलम्मि / संसरमाणो दुक्खेण लहइ जीवो मणुस्सत्तं // 260 // तम्मि वि दुलहलंभा जिणवयणसुई य, तीइ पुण सद्धा। लद्धाए सद्धाए सुदुल्लहो संजमो होइ // 261 // लद्धे य संजमे सो संवेयकरि सुई अपावितो। . परिवडइ मरणकाले अकयाहारस्स पासम्मि // 262 // वंसं सुहेण छिज्जइ कड्ढिज्जइ दुक्करं कुडंगाओ। इय संजयस्स वि मणो विसयकुडंगाओ कड्ढेउं // 263 // 100