________________ थेरस्स तवस्सिस्स वि बहुस्सुयस्स वि पमाणभूयस्स / अज्जासंसग्गीए निवडइ वयणिज्जवज्जं से // 204 // किं पुण तरुणो अबहुस्सुओ य न विगिट्ठतवपसत्तो य / सद्दाइगुणपसत्तो न लहइ जणजपणं लोए ? // 205 // सव्वत्थ इथिवग्गम्मि अप्पमत्तो. सया अवीसत्थो / नित्थरइ बंभचेरं, तव्विवरीओ न नित्थरइ // 206 // लीढसिलेसा तुच्छ व्व मच्छिया दुक्करं विमोएउं / इत्थीसंसग्गीओ अप्पाणं पुरिसमित्तस्सं . // 207 // निच्चं पासत्थाइहिं संबंधं आयरेण वज्जेह / पुरिसो संसग्गिवसेण तम्मओ होइ अचिरेण // 208 // कुसलेहिं पसमियं पि हु कुसीलसंसग्गिमेहवद्दलए / वंतरविसं व कुप्पइ पुणो वि मुणिणों पमायविसं // 209 // तम्हा पिय-दढधम्मेहिं वज्जभीरूहि कुणह संसग्गिं / उज्जमइ मंदधम्मो वि तप्पभावा, जओ भणियं. // 210 // नवधम्मस्स हु पाएण धम्मे न रमई मई। .. वहए सो वि संजुत्तो गोरिवाऽविधुरं वरं(? रघ) . // 211 // एगागिस्स हु चित्ताइं विचित्ताई खणे खणे / उप्पज्जते वियंते य ता वसे सज्जणे जणे // 212 // संवासं सीलगुणड्डएहिं जो संकहं वियड्डेहिं / पीइं अलुद्धबुद्धीहिं कुणइ, सो कुणइ अप्पहियं // 213 // अप्पसंसं सप्पं व चयसु सप्पुरिसनिंदियं अहमं। . विसमुच्छियं व पुरिसं जा कुणइ विवेयनिस्सारं // 214 // अप्पपसंसा पुरिसस्स होइ चिंधं सुनिग्गुणत्तस्स / जइ तस्स गुणा होता ता नूणं जणो वि सलहतो // 215 //