________________ // 8 // // 9 // // 10 // // 11 // // 12 // // 13 // मणपज्जवनाणकेवल-दसणणाणं तहा अहक्खायं / आहारगाइलाहो तेणं चिअ उत्तमा मणुआ जंघाविज्जाचारण-लद्धीविण्णाणसिज्झणाइया / लाहा मणुअभवम्मि तेणं चिय उत्तमा मणुआ उत्तमसुपत्तदाणं चउरंगिज्जं च तहय धम्माणं / तह सव्वविरइलाहो तेणं इह माणवा सिट्ठा खेत्तकुलजाइभासा-दसणचारित्तणाणकम्माणं / अज्जाण जत्थ लाहो तेणं चिअ उत्तमा मणुआ इच्चाइ जत्थ लाहा हवंति भव्वाण सव्वसुपसत्था / सुरगइविसेसरूंवा तेणं चिअ उत्तमा मणुआ लखूण माणुसत्तं धम्मेसु पमाययंति जे जीवा। . लहिऊण कप्परुक्खं ते दुत्था जायणाहीणा अहवा अणोरपारे जलनिहिकल्लोलए सुनिम्मग्गा। बोहित्थं लळूण वि अणिस्सिया ते जणा लोए अहवा विविहायंक-ग्गत्था दुत्था नरा पमायपरा / लहिऊण सुहाकुंडं मुहाकयं तेहिं धम्मविणं जिणपवयणवरणंदण-वणाओ सरसाणि वयणकुसुमाणि / चिणिऊण कुसुममाला वण्णड्डा गुंफिया एसा . जे सुद्धमग्गकहगा पसण्णचित्ता बहुस्सुया संता। गीयत्था गुणजुत्ता दायव्वा मालिया तेसिं उवएसपऊवमिइ-भवप्पवंचाइपयरणसुखेत्ताओ। उच्छु व्व मए लिहिया गाहाहिमुवणया सव्वे जं किंचि दोसदुटुं हुज्जा इह बालविलसियं जम्हा / गुरुजणगीयत्थेहिं विसोहियव्वं खु तं सव्वं 341 // 14 // // 15 // // 16 // // 17 // // 18 // // 19 //