________________ चउरो सीसे सिरिभद्दबाहुणो चउहि रयणिजामेहि। रायगिहे सीएणं कयनियकज्जे नमसामि // 137 // जिणकप्पपरीकम्मं जो कासी जस्स संथवमकासी। सिट्ठिघरम्मि सुहत्थी तं अज्जमहागिरि वंदे // 138 // कोसंबीए जेणं दमगो पव्वाविओ तओ जाओ। उज्जेणीए राया संपइ सो नंदउ सुहत्थी // 139 // सोऊण गुणिज्जंतं सुहत्थिणा नलिणिगुम्ममज्झयणं / तकालं पव्वइओ चइत्तु भज्जाओ बत्तीसं || 140 // तिहिं जामेहि सिवाए अवच्चसहियाए विहियउवसग्गो। साहियकज्जो तियसेहिं पूइओऽवंतिसुकुमालो // 141 // निजूढा जेण तया पन्नवणा सव्वभावपन्नवणा। . तेवीसइमो पुरिसो पवरो सो जयउ सामज्जो // 142 // पढमणुयोगे कासी जिण-चक्कि-दसारचरियपुव्वभवे / / कालगसूरी बहुयं लोगणुयोगें निमित्तं च . // 143 // अज्जसमुद्दगणहरे दुब्बलिए घिप्पए पिहो सव्वं / सुत्तत्थचरिमपोरिसिसमुट्टिए तिन्नि कयकम्मा // 144 // साण गतिभंडगपमुहे दिटुंतए गर्मितस्स। मंगुस्स न किइकम्मं न य वीसुं घिष्पए किंचि // 145 // जाइसरे सीहगिरी वरसीसा आसि जस्सिमे चउरो। धणगिरी थेरे समिए वयरे तह अरिहदिने य // 146 // सुमिणे पीओ पयपुण्णपडिग्गहो जस्स हरिकिसोरेणं / सिरिवयरसमागमणे तं वंदे भद्दगुत्तगुरुं // 147 // कन्नाबेनंतरदीववासिणो तावसा वि पव्वइया / जस्साइसयं दटुं तं समियं वंदिमो समियं // 148 // . 201