________________ / // 123 // सामिस्स वयं सीस त्ति चत्तवेरा सुरीइ साहरिया / सेयणए रयणाए उववन्ने हल्ल य विहल्ला // 121 // कयगुणरयणा इक्कारसंगिणो सोलबारवरिसवया / हल्ल जयंते पत्तो अवरो अवराइयविमाणे // 122 // धम्मायरियाणुराएण चत्तजीयं पडीचीणजाणवयं / सव्वाणुभूइमेगावयारिसहसारगं• वंदे जो तेयपरिगयतणू कासी मुणिखामणाइ तं नमिमो / कोसलजाणवयं अच्चुयम्मि पत्तं सुनक्खत्तं // 124 // मिढियगामे रेवइपडिलाभियमोसहं भुवणगुरुणो। पाणिम्मि निसिटुं जेण वंदिमो तमिह सीहमुर्णि // 125 // अज्ज वि अट्ठिनिवेसा जेसि अच्छेरयं व दीसंति / वेभारपव्वयवरे जमलसिलारूवसंथारे // 126 // ते धन-सालिभद्दा अणगारा दो वि तवमहड्डिया। मासं पाओवगया पत्ता सव्वट्ठसिद्धिम्मि - // 127 // चंपाओ वीयभए गंतुं वीरेण दिक्खिओ जो उ। संपत्तो परमपयं उदायणो चरमरायरिसी .. // 128 // जस्स य अभिनिक्खमणे चोरा संवेगमागया खिप्पं / तेणं सह पव्वइया जंबुं वंदामि अणगारं // प्र० 27 // सीहत्ता निक्खंतो सीहत्ता चेव विहरिओ भयवं / जंबू पवरगणहरो वरणाणचरित्तसंपन्नो // प्र० 28 // मगहासुं सुग्गामे टुउडो अज्जवं च रेवइया। तेसि चिय भवदत्तो भवदेवो जिट्ठ पव्वइओ . // प्र० 29 // तेण कणिट्ठो भाया परिणीओ नागवासुकीधूयं। .. कवडेण य पव्वाविय भवदेवो तो सुरो जाओ // प्र० 30 // 288