________________ // 10 // // 15 // रिउणो न वीससिज्जइ, कया वि वंचिज्जए न वीसच्छो / न कयग्घेहिं हविज्जइ, एसो नायस्स नीसंदो रञ्चिज्जइ सुगुणेसु बज्झेइ राउ न नेहबज्झेसु / किज्जइ पत्तपरिक्खा, दक्खाण इमोअ कसवट्टो // 11 // नाकज्जमायरिज्जइ, अप्पा पाडिज्जए न वयणिज्जे / न य साहसं चइज्जइ, उब्भिज्जइ तेण जगहत्थो // 12 // वसणे वि न मुज्झिज्जइ, मुच्चइ माणो न नाम मरणे वि। विहवक्खए वि दिज्जइ, वयमसिधारं खु धीराणं // 13 // अह नेहो न वहिज्जइ, रूसिज्जइ न य पिए वि पयदिहं।। बद्धारिज्जइ न कली, जलंजली दिज्जइ दुहाणं // 14 // न कुसंगेण वसिज्जइ, बालस्स वि घिप्पए हिअं वयणं / अनयाओ निवट्टिज्जइ, न होइ वयणिज्जया एवं विहवे वि न मच्चिज्जइ, न विसीइज्जइ असंपयाए वि। वट्टिज्जइ समभावे, न होइ रणरणइ संतावो . // 16 // वन्निज्जइ मिच्चगुणो, न परुक्ख न य सुअस्स पच्चक्खं / महिलाउ नोभया वि हु, न नस्सए जेण माहप्पं // 17 / / जंपिज्जइ पिअवयण्णं, किज्जइ विणओ अ दिज्जए दाणं / परगुणगहणं किज्जइ, अमूलमंतं वसीकरणं . // 18 // पत्थावे जंपिज्जइ, सम्माणिज्जइ खलो वि बहुमज्झे / नज्जई सपरविसेसो, सयलच्छा तस्स सिज्झंति // 19 // मंतंताण न पासे, गम्मइ नइ परग्गहे अबीएहिं / पडिवन्नं पालिज्जइ, सुकुलीणत्तं हवह एवं // 20 // मुंजइ भुंजाविज्जइ, पुच्छिज्ज मणोगयं कहिज्ज सयं / दिज्जइ लिज्जइ उचिअं, इच्छिज्जइ जइ थिरं पिम्म // 21 // 277