________________ सुरवइसुहसंसग्गं वेरग्गा सालिभद्दसोहगं / . वेरग्गमदोहग्गं तम्हा भय जीव ! वेरग्गं. . // 60 // संवेयभावजणणीहिं कहाहि भिन्नो, जो होइ वा मरणजम्मदुहेहिं खिन्नो मोहोसुजातपमुहु व्वयतेणछिनो, किंसोग्गसेणकुमर व्वभवनतिन्नो? निव्वेयसायरतरंगसएहिं पुन्नो माणावमाणरिउमित्तसमाणसन्नो / जोवा भवेसुदमयंतमुणिव्वधन्नो, अप्पाहुकिंसिवपएनयतेणदिनो 62 अहो ! णायपुत्तेणिमं बंभचेरं सया वण्णियं वा वयाणं च थेरं / जओ नोवसग्गा न रोगा न वेरं, बहूणं सुरेहिं कयं पाडिहरं 63 बंभव्वयकयसोहो पावइ कित्तिं जसं च जियलोए। ... देवाण वि नमणिज्जो सुहगइभागी च परलोए // 64 // गिहत्था वि सुसीला जे हुति ते सव्वसिद्धिगा। सणंकुमारभूवु व्व पालगोवालया जहा ' // 65 // धन्नो सुसीलगुणदंसणदीहदंसी, सिट्ठी सुदंसण सुदंसरयावयंसी / बंभव्वयामयसरोवररायहंसी, जा नम्मया व रमणी कमलावयंसी 66 पण थावर सुहुमियरा विगलिंदिय नारया य जलथलया / उरपरि भुयपरिसप्पा खयरा य समुच्छिमा एए // 67 / / गब्भय जल थल खयरा मणुआ संमुच्छिमा य गब्भभवा / देवा इय पणवीसं चिंतसु दारेसु देहाइ // 68 // सरीरोगाहणसंघयण-संठाण कसाय तहय सन्नाओ / लेसिदिय समुघाया सन्नी वेए य पज्जत्ती // 69 // दिट्ठी दंसणनाणे जोगुवओगे तहा किमाहारे / उववाय ठिई समुग्घाय-चयणं गइ आगई चेव // 70 // आया सुही य इय मग्गणठाणनाणो, आया सुही य जिणदव्वमभुंजमाणो। आयासुहीभवइफासियवीसठाणो, अक्खाणयंजहयसागरगाभिहाणो 71 254