________________ जेण भरहम्मि वासे अन्नाण-तमंधयार-पडियाण / जिणवयण-पईवेणं पायडिओ सिद्धपुर-मग्गो // 129 // पव्वाविया बहुविहा नारिंद-दिय-सिट्ठिणो महासत्ता / अण्णे अभय-सरिच्छा ठाणे ठाणे कया सद्धा(ड्डा) // 130 // कारावियाणि जिणमंदिराणि नेगाणि जेण गच्छाण / देसेसु बहुविहेसुं चउविह-सिरिसंघ-जत्ताणि // 131 // नयने(रे)सु सयं(य सं)वुच्छो भुत्तुं वा जाव गुज्जरत्ताए / नागउराइसु जिणमंदिराणि जायाणि णेगाणि // 132 // आमोसहि-खेलोसहि-विप्पोसहि-जल्लमाइ-चित्ताई। वाहीओ नासेंतो परमोसहि-विब्भमो एसो // 133 // इय तस्स महामुणिणो गुणाण []तो न तीरए गंतुं / को वा मुणउ पमाणं गयणाभोगम्मि दव्वाण ? // 134 // तस्स सुर-मणुय-संथुय-चलण-ट्ठिय-पंसुरेण असमेण / सीसावयवेण कयं जयसिंहायरियनामेणं . // 135 // धम्मोवएसमाला-विवरणमहियागमाणुसारेण / सुयदेवि-पसाएणं विमल-गुणं कुसुम-दामं व // 136 // अण्णाण-राग-दोसाइएहिं जं किंचि विरइंयमजुत्तं / तं सुयदेवी-गुणिणो खलि(मि)ऊण करितु सुसिलिटुं // 137 // आगम-विहिणा भणियं सव्वमिणं नत्थि कंप्पणा-नूणं / ता जिण-वयण-सयण्हा आगम-भत्तीए गेण्हंतु // 138 / जो सुयदेवि-सण्णेज्झ-विरइयं चिंतिऊण वाएइ / परिसाए सो जाणइ तीए संबंध-मोक्खाई // 139 // बंधाइ परिहरंतो मोक्खत्थम्मि हुज्जओ स-सत्तीए / परिसत्थेहिं न मुंचइ सेसेहिं वि कण-पलालं व // 140 // (231