________________ अण्णासत्ता महिला घर-सारं पुत्तयं च भत्तारं / नासेइ कट्ठ-जाया वज्ज व्व निरंकुसा पावा // 84 // विणय-रहिओ न ठाणं पावइ जह निंबओ पुणो लहइ / विणयाहितो पुरिसो दिटुंतो निबओ चेव // 85 // अमुणिय-जिणिंद-वयणा संजम-कलिया वि नेय(व) उवइटुं / पडिवज्जते सम्मं जह सीसा पूसमित्त(भूइ)स्स // 86 // दीसानल-पज्जलिओ इह परलोए य पावए दुक्खं / गंगा-नावियनंदो व्व धम्मरुइणो सगासाओ // 87 // तव-सोसिया वि मुणिणो कोव-परा मारिऊण जंतु-गणे / सावेण महानरए वच्चंती(ते) करड-कुरुड्ड(ड) व्व // 88 // सम्ममणालोएंतो मच्छियमल्लो व वच्चइ विणासं / आलोए(य)तो सम्मं फलहीमल्लोवमो होइ // 89 // जुवईए राग-रत्तो राय-विरुद्धं करावए पुरिसो / मित्तं पि आवयाए पक्खिवइ जहा य धणमित्तो // 90 // इच्छंतस्स वि पूया न होइ जह धम्मघोससाहुस्स / / पुण्ण-रहियस्स जायइ धम्मजसस्सेव पुण्णेहिं // 91 / / सुद्ध-सहावम्मि जणे जो दोसं देइ पडइ तस्सेव / रुदस्स व गुंडिज्जइ जो धूलि खिवइ चंदस्स // 92 // जो न वि वट्टइ रागे न य दोसे दोण्ह मझयारम्मि / सो भण्णइ मज्झत्थो सुव्वयसाहु: व्व कय-पुण्णो // 93 // आलोयणाइ-पुव्वं आराहेंताण जायए सिद्धी / पंडव-रुक्ख-लयाणं धिइ-मईणं व नरलोए // 94 // अविहीए सामण्णं कयं पि अप्पफलं समक्खायं / गोवालि-सिस्सिणीए पउमसिरीए व्व लोगम्मि // 95 // 20.