________________ कुलवहु-ढयराहरणं सोऊणं निच्चमेव वट्टेज्जा / संजम-जोगेसु दढं इच्छंतो सासयं सोक्खं // 72 // तव-नियम-संजमाइसु ठाणे ठाणम्मि जो विसीएज्जा / खंतय-खुड्डय-सरिसो मोत्तव्वो सो सुसाहूहि // 73 // नत्थि तवसो असझं तत्तो खंती तहा वि सुपसत्था / मोत्तूण महाखमए वंदइ सुरसुंदरी खुढें // 74 // जाव न दुक्खं पत्तो न ताव धम्मं करेइ सुहि-पुरिसो / गंधव्वनागदत्तो दिटुंतो एत्थ नायव्वो . // 75 // साहेइ जो हयासो गुज्झं जुवईण चल-सहावाण / कोक्कासेण समेओ लहइ दुहं कागजंघो व्व // 76 // एताउ इमं लटुं इमाउ एयं ति जो विसेसण्णू / सो पावइ सामण्णं सुंदरिनंदेण एत्थुवमा' // 77 // दो नर-पसुणो वंचइ जुवई एक्केण चेव रुण्णेण / आगमणेणं पइणो गमणेण तहा अणाडस्स . // 78 // पर-कज्ज-करण-निरया महाणुभावा चयंति निय-कज्जं / असिवोवसम्मि भेरि पत्थंतो वासुदेवो व्व // 79 // रागानल-पज्जलिओ कज्जाकजं न पेच्छए पुरिसो / सागरचंदो व्व जए कमलामेलाए संबंधे // 80 // नीसेस-गुणाहारं नरनाहं निज-पई पि मोत्तूण। गेण्हइ पंगुं सुकुमालिय व्व मयणाउरा नारी // 81 // सोइंदिय-घाणेंदिय-जिभिंदिय-परवसा खयं जंति / . जह भद्दा रायसुओ सोदासो जह य नरनाहो // 82 // उप्पत्तियाइ-चउव्विह-बुद्धि-समेया हवंति सुय-जोग्गा / भरहाभयाइणो विव (इह) दिटुंता आगम-पसिद्धा // 83 // 226