________________ रज्जाविति ण रज्जंति लिंति हिययाइँ ण उण अप्पेंति / जुवइओ मिठ-चोरा एवं कया राय-पत्तीए // 12 // सद्दाइसु रत्तेण वि दमियव्वो साहुणा णिओ देहो / सज्झगिरि-सिद्धएण वि(व) संबोहिय-रायलोएणं // 13 // भाव-सरिच्छं खु फलं इक्काइ वि होइ जंतु-किरियाए / जह संब-पालयाणं वंदण-किरियाए नेमिस्स // 14 // पावयणिय-उड्डाहं गोवेउं पवयणुनई कुज्जा / जह चंपा-नयरीए कया सुभद्दाए सयराहं // 15 // पावेण किलेसेण य समज्जिओ तह वि आवया-हेऊ / अत्थो संताव-करो निदरिसणं भाउणो दुन्नि // 16 // संतं पि घरे दव्वं पावस्स ण ठाइ, पुन-र(स)हियस्स / ठाइ किलेसेण विणा निदरिसणं माहुरा वणिणो // 17 // अपसत्थ-निमित्ताओ उज्झिय-मग्गा वि ठंति सुह-मग्गे / रायसुय-खुल्लगा विव अक्सर-पढियं सुणेऊणं // 18 // सप्पु(सुपु)रिस-संगाउ णरो इह परलोए य लहइ कल्लाणं / जह साहु-णिसेवाए पत्तं सत्तवइय-नरेण // 19 // उझिय-निय-कायव्वों सोक्खत्थी तं सुहं न पावेइ / पासाय-रक्खियाए निदरिसणं वणिय-जायाए // 20 // अकुणंता य कुणंता गुरुणो वयणाणि दुक्खिया सुहिया / जायंति नरा लोए निदरिसणं राय-पुरिसेहिं // 21 // गाहिज्जंता नाणं. जे गुरुणो परिहवंति दढ-मूढा / ते इंद-सुय-सरिच्छा हसणेज्जा हुंति लोगाणं // 22 // मारिजंता वि दढं कोवं न कुणंति मुणिय-जिणवयणा / मेयज्जो य महरिसी अहवा दमदंत-साहु व्व // 23 // 2221