________________ // 33 // // 34 // // 35 // // 36 // // 37 // // 38 // मयणपवणेण जइ, तारिसा वि सुरसेलनिच्चला चलिया। ता पक्कपत्तसरिसा, इयरसत्ताण का वत्ता जिप्पंति सुहेणं चिय, हरिकरिसप्पाइणो महाकूरा / इक्कु च्चिय दुज्जेयो, कामो कयसिवसुहविरामो तिहुयणविमयणउब्भड-पयावपयडो वि विसमसरवीरो / जेहिं जिओ लीलाए, नमो नमो ताण धीराणं नियसीलवहणघनसार-परिमलेणं असेसभुवणयलं / सुरहिज्जइ जेहिं इमं, नमो नमो ताण पुरिसाणं रमणीकडक्खविक्खेव-तिक्खबाणेहिं सीलसन्नाहो / जेसिं गओ न भेयं, नमो नमो ताण सुहडाणं निवधूया नियरूवा-वहत्थियासेससुंदरीवग्गा। . घणसोहग्गनिरुवम-पिम्मा लायण्णरुइरम्मा जरजज्जरथेरी इव, परिहरिया जेण नेमिनाहेण / . बंभव्वयधारीणं, पढमोदाहरणमेस जए सिरिमल्लिनेमिपमुहा, साहीणसिवावि बंभवयलीणा। जइ ता किमण्णजीवा, सिढिला संसारवसगा वि सो जयउ थूलभद्दो अच्छेरयकारिचरियपरियरिओ। जस्सज्ज वि बंभवए जयम्मि वज्जेइ जयढक्का तं नमह वयरसार्मि, सयंवरा रयणकोडिसुसमिद्धा। अवगणिया जेण तिणं व, सिट्ठिधूया पवररूवा पालंती नियसीलं, ठवंती सुद्धधम्ममग्गम्मि / रहनेमि मुणि पि जए, पुज्जा राईमई अज्जा ते धन्ना गिहिणो वि हु, महरिसिमज्झम्मि जे उदाहरणं / निरुवमसीलवियारे, पावंति पसिद्धमाहप्पा // 39 // // 40 // // 41 // // 42 // // 43 // // 44 // ' 213