________________ पयइत्थपयत्थपयासणेण, सम्मीण एस सम्मोही। अजहट्ठियदंसीणं, मिच्छद्दिट्ठीण उ विभंगो // 92 // आमाणुसुत्तराओ, नगाउ पंचिंदियाण सन्नीणं / मुणइ मणोगयभावे, जंतं मणपज्जवं बिति // 93 // उजुविउलभेयओ सो, दुहा विसेसो इमो उ विउलम्मि / पढमा उ विसुद्धयरो, अप्पडिवाइ य विउलमई // 94 // विसओ इमस्स सु चिय, माणुसखित्तस्स मज्झवत्तीणं / पंचिंदियसन्नीणं, जं परियाणइ मणोदव्वे , . // 95 // मइसुयओहिन्नाणा, विरयाणं हुंति अविरयाणं च / मणकेवलनाणाणि उ, नियमेणं सव्वविरयस्स // 96 // केवलनाणं पुण, सव्वदव्वपज्जायकालअक्खलियं / / एगसरूवमणंतं, अप्पडिवाई निरावरणं ' // 97 // एवं पंचविगप्पं, नाणं नाणत्थिणा सया सम्म / सुणियव्वं मुणियव्वं, सद्दहियव्वं पयडियव्वं // 98 // इत्थ य सुयनाणं चिय, पाएण पयासयं पयत्थाणं / तप्पच्चएण संपइ, जिणा वि जं सद्दहिज्जतो // 99 // नजंति जीवगई-कम्मपरिणई पुग्गलाण परिणामा। तह वट्टमाणतीयाणा-गयभावा विसीसंति // 100 // तम्हा नाणमहन्नव-पसत्थतित्थोवमे सया इत्थ / सविसेसं उज्जोगो, निव्वुइकामेहिं कायव्वो // 101 // दाणं नाणस्स इमं, जं सद्धासालिणो विणीयस्स। मेहाविस्स विणेयस्स, सम्ममब्भुट्ठियस्स पुरो // 102 // अवगन्निऊण निय-तणुपीडं अवहत्थिऊण आलस्से। गीयत्थेणं गुरुणा,सुत्तं अत्थो य दायव्वो - // 103 // 104