________________ जस्साणा तिजगम्मि वि सामित्तं देइ पूअणं पूआ / झाणं सिवसुहमवि तं अच्चेह जिणं जहिट्ठफलं // 3 / 223 // कुसुममवि जम्मि वविअं होइ हु कप्पदुमोऽभिमयदाणा / तम्मि जिणखित्ति वविउं धणबीअं कुणहऽणंतफलं // 3 // 224 // तिजगस्स वि जम्माइसु आणंदो अइसया य भुवणहिआ। आसिवदाणे सत्ती जस्स जिणिदं तमच्चेह // 3 / 225 // . आराहय जिणमेअं मुहुत्तमित्तं पि जम्मि पडिवन्ने / ' पुग्गलपरिअट्टद्धे होइ सिवं खविउ तेऽणते // 3 / 226 / / भवजलहितरणनावा सिवसोहारोहणिक्कनिस्सेणी। कल्लाणवसीकरणी जिणपूआ हरइ दुरिआई // 3 / 227 / / जिणभवणबिंबपूआ पइट्ठजत्ताइगीअनट्टाऽऽणा। सासणपभावणाइ वि जिणभत्ती देइ इट्ठफैले // 3 // 228 // तिविहं तिकरणसुद्धो तिकालपूअं जिणस्स जो कुणइ। भुजिअ तिवग्गसारं.चउत्थवग्गं पि सो लहई // 3 / 229 // घय 1 दहि 2 खीर 3 सुरहिजलाभिसेअ 4 गुरुधूय 5 चंदण 6 तुरुक्के 7 / चामर 8 छत्त 9 पडागा 10 लंबूसय 11 दप्पणे 12 दीवं 13 3 / 230 गंध व्व 14 तूर 15 नट्टे 16 बलि 17 कुंकुम 18 वत्थ 19 माइबहुभेए जिणपूआए दितो पावइ वंछिअसुहं सययं // 3 / 231 // जे अ धम्मपोअदाणे छजीवगोवालणे सिवपहे अ। निज्जामग महगोवा सत्थाहा ते जिणे भयह // 3 // 232 // पूआइ कुमाराई पभावइ नट्टि नादि दहवयणो। . गीए सिंहो दाणे चंदो जिणभत्ति दिटुंता // 3 / 233 // जिणस्स पूअं ण्हवणाइगीय, नट्टप्पयाणाइ पभावणाई / चक्कित्तइंदत्तजिणत्तहेडं, कुज्जा बुहो वंछिअसंपयत्थं / // 3 / 234 // 12