________________ // 411 // // 412 // // 413 // // 414 // // 415 // // 416 // सुइ चक्खुघाणजीहाणऽणुग्गहो होइ तह विघाओ य। सट्ठसयं अवराणं वि सीराणऽहोगामिणीण तहा पायतलमुवगयाणं जंघाबलकारिणीणमुवघाए / उवघाओ सिरि वियणं कुणंति अंधत्तणं च तहा अवराण गुदपविट्ठाण होइ सटुं सयं तह सिराणं / जाण बलेण पवत्तइ वाऊ मुत्तं पुरीसं च अरिसाओ पंडुरोगा वेगनिरोहो य ताणमुवघाए / तिरियगमाण सिराणं सट्ठसयं होइ अवराणं बाहुबलकारिणीओ उवघाए कुच्छिउयरवियणाओ। कुव्वंति तहऽन्नाओ पणवीसं सिंभधरणीओ तह पित्तधारिणीओ पणवीसं दस य सुक्क धरणीओ। इय सत्त सिरसयाई नाभिप्पभवाइं पुरिसस्स तीसूणाई इत्थीण वीसहीणाइं होंति संढस्स। . नव हारूण सयाइं नव धमणीओ य देहम्मि मुत्तस्स सोणियस्स य पत्तेयं आढयं वसाए उ। अद्धाढयं भणंती पत्थं मत्थुलय वत्थुस्स असुइमल पत्थछक्कं कुलओ कुलओ य पित्तसिंभाणं / सुक्कस्स अद्धकुलओ दुटुं हीणाहियं होज्जा एक्कारस इत्थीए नव सोयाइं तु होंति पुरिसस्स। इय किं सुइत्तणं अट्ठिमंसमलरुहिरसंघाए को कायसुणयभक्खे किमिकुलवासे य बाहिखित्ते य / देहम्मि मच्चुविहुरे सुसाणठाणे य पडिबंधो ? वत्थाहारविलेवण-तंबोलाईणि परदव्वाणि / होति खणेण वि असुईणि देहसम्बन्धपत्ताणि . 123 // 417 // // 418 // // 419 // // 420 // // 421 // // 422 //