________________ // 375 // // 376 // // 377 // // 378 // // 379 // वाढ। // 380 // इय सुहिणो सुरलोए कयसुकया सुरवरा समुप्पन्ना / रयणुक्कडमउडसिरा चूडामणिमंडियसिरग्गा गंडयललिहंतमहंतकुंडला कंठनिहियवणमाला / हारविराइयवच्छा अंगयकेऊरकयसोहा मणिवलयकणयकंकण विचित्तआहरणभूसियकरग्गा / मुद्दारयणंकियसयलअंगुली रयणकडिसुत्ता आसत्तमल्लदामा कणयच्छ वि देवदूसनेवत्था / वरसुरहिगंधकयतणु विलेवणा सुरहिनिम्माया आजम्मवाहिजरदुक्खवज्जिया निरुवमाइं सोक्खाई। भुंजंति समं सुरसुंदरीहिं अचलियतारुन्ना नाणासत्तीइ तुलंति मंदरं कंपयंति महिवीढं। उच्छलंति समुद्दा वि कामरूवाई कुव्वंति सच्छंदयारिणो काणणेसु कीलंति सह कलत्तेहिं / अणुणो गुरुणो लहुणो दिस्समदिस्सा य जायंति ... बत्तीसपत्तबद्धाओ विविहनाडयविहीओ पेच्छंता। कालमसंखं पि गमंति पमुइया रयणभवणेसु इय रिद्धि संजुयाण वि अमराणं नियसमिद्धिमासज्ज / पररिद्धि अहियं पेच्छिऊण झिज्जंति अंगाई उन्नयपीणपयोहरनीलुप्पलनयणचंदवयणाई / अन्नस्स कलत्ताणि य दळूण वियंभइ विसाओ एगगुरुणो सगासे तवमणुचिन्नं मए इमेणावि / हद्धी मज्झ पमाओ फलिओ एयस्स अपमाओ इय झूरिऊण बहुयं कोइ सुरो अह महिड्ढियसुरस्स। भज्जं रयणाणि व अवहरिऊण मूढो पलाएइ 120 // 381 // // 382 // // 383 / / // 384 // // 385 // // 386 / /