________________ // 123 / / // 124 // // 125 // // 126 // // 127 // // 128 / / पभणंति तओ दीणा मा मा मारेह सामि ! पहु ! नाह ! / अइदुसहं दुक्खमिणं पसियह मा कुणह एत्ताहे एवं परमाहम्मियपाएसु पुणो पुणो वि लग्गंति / दंतेहिं अंगुलीओ गिण्हंति भणंति दीणाई तत्तो य निरयपाला भणंति रे अज्ज दुसहं दुक्खं / जइया पुण पावाई करेसि तुट्ठो तया भणसि णत्थि जए सव्वन्नू अहवा अहमेव एत्थ सव्वविऊ। अहवा वि खाह पियह य दिट्ठो सो केण परलोओ? नत्थि व पुण्णं पावं भूयऽब्भहिओ य दीसइ न जीवो / इच्चाइ भणसि तइया वायालत्तेण परितुट्ठो मंसरसम्मि य गिद्धो जइया मारेसि निग्घिणो जीवे / भणसि तया अम्हाणं भक्खमियं निम्मियं विहिणा वेयविहिया न दोसं जणेइ हिंस त्ति अहव जंपेसि। चरचरचरस्स तो फालिऊण खाएसि परमंसं . लावयतित्तिरअंडयरसवसमाईणि पियसि अइगिद्धो। इण्डिं पुण पोक्कारसि अइदुसहं दुक्खमेयंति अलिएहि वंचसि तया कूङक्कयमाइएहिं मुद्धजणं / पेसुनाईणि करेसि हरिसिओ पलवसि इयाणि तइया खणेसि खत्तं घायसि वीसंभियं मुससि लोयं / परधणंलुद्धो बहुदेसगामनगराई भंजेसि तेणावि पुरिसयारेण विणडिओ मुणसि तणसमं भुवणं / परदव्वाण विणासे य कुणसि पोक्करसि पुण इण्हेिं मा हरसु परधणाई ति चोइओ भणसि धिट्ठयाए य। सव्वस्स वि परकीयं सहोयरं कस्सइ न दव्वं // 129 // // 130 // // 131 // // 132 // // 133 // // 134 // Ge