________________ // 44 // सयणपराभवसुन्नत्तवाउसिंभाइयं जरासेन्नं। . गुरुयाणं पि हु बलमाणखंडणं कुणइ वुड्ढत्ते // 39 // जरभीया यं वराया सेवंति रसायणाइ किरियाओ। गोवंति पलियवलिगंडकूवे नियजम्ममाईणि // 40 // न मुणंति मूढहियया जिणवयणरसायणं विमोत्तूणं / सेसोवाएहिं निवारिया विहु ढुक्कइ पुणो वि // 41 // तो जइ अस्थि भयं ते इमाइ घोराइ जरपिसाईए। जियसत्तुव्व पवज्जसु सरणं जिणवीरपयकमलं // 42 // समुवट्ठियम्मि मरणे ससंभमे परियणम्मि धावंते / को सरणं परिचितसु एक्कं मोत्तूण जिणधम्मं ? / // 43 // सयलतिलोयपहूणो उवायविहीजाणगा अणंतबला। तित्थयरा वि हु कीरति कित्तिसेसा कयंतेणं बहुसत्तिजुओ सुरकोडिपरिखुडो पविपयंडभुयदंडो / हरिणो व्व हीरइ हरी. कयंतहरिणाऽहरियसत्तो . // 45 // छक्खंडवसुहसामी नीसेसनरिंदपणयपयकमलो। चक्कहरो वि गसिज्जइ ससि व्व जमराहुणा विवसो // 46 // जे कोडिसिलं वामेक्ककरयलेणुक्खिवंति तूलं व / विज्झवइ जमसमीरो ते वि पईवव्वऽसुररिउणो // 47 // जइ मच्चुमुहगयाणं एयाण वि होइ कि पि न हु सरणं / ता कीडयमेत्तेसुं का गणणा इयरलोएसु ? जइ पियसि ओसहाई बंधसि बाहासु पत्थरसयाई / कारेसि अग्गिहोमं विज्जं मंतं च संतं च // 49 // अन्नाई वि कुंटलविंटलाई भूओवघायजणगाई। कुणसि असरणो तह वि हु डंकिज्जसि जमभुयंगेण * // 50 // 2 // 48 //