________________ . . // 84 // // 85 / / // 86 // / / 87 // // 88 // // 89 // पारावाररवारापारा क्षमाक्ष क्षमाक्षरा। . वामानाममनामावारक्ष मर्द्धर्द्धमक्षर . वीरावारर वारावी वररोरुरुरोरव। वीरावाररवारावी वारिवारिरि वारि वा रक्ष माक्षर वामेश शमी चारुरुचानुतः / भो विभोनशनाजोरुननेन विजरामय यमराज विनम्रेन रुजोनाशन भो विभो। तनु चारुरुचामीश शमेवारक्ष माक्षर , नय मा स्वर्य वामेश शमेवार्य स्वमाय न।. दमराजर्त्तवादेन नदेवार्तजरामद वीरं मा रक्ष रक्षार परश्रीरदर स्थिर / धीरधीरजरः शूर वरसारद्धिरक्षर आस यो नतजाती- सदा मत्वा स्तुते कृती। यो महामतगोतेजा नत्वा मल्लिमितः स्तुत ग्लानं चैनश्च नः स्येन हानहीन घनं जिन। . अनन्तानशन ज्ञानस्थानस्थानतनन्दन पावनाजितगोतेजो वर नानाव्रताक्षते। नानाश्चर्य सुवीतागो जिनार्य मुनिसुव्रत नमेमान नमामेनमानमाननमानमा। मनामोनु नुमोनामनमनोमम नो मन न मे माननमामेन मानमाननमानमा / मनामो नु नु मोनामनमनोम मनोमन नर्दयाभर्तवागोद्य द्य गोवार्त्तभयार्दन / तमिता नयजोतानुनुताजेय नतामित // 90 // // 91 // // 92 // // 93 // // 94 // // 95 //