________________ // 29 // // 30 // // 31 // // 32 // // 33 // // 34 // तइए भंगे साहू सुअवंतो चेव सीलवंतो अ। उवयारा सड्ढो वि य भवाभिणंदी चउत्थम्मि भावो जेसिमसुद्धो ते ववहारट्ठिया वि एरिसया। णिच्छयपरंमुहो खलु ववहारो होइ उम्मग्गो भावुज्झियववहारा ण किं पि आराहगत्तणं होइ। भावो उ बोहिबीजं सव्वण्णुमयम्मि थोवो वि तिण्णि अणुमोयणिज्जा एएसुं णो पुणो तुरियभंगो / जेणमणुमोयणिज्जो लेसो वि हु होइ भावस्स अणुमोअणाइ विसओ जं तं अणुमोअणिज्जयं होइ। सा पुण पमोअमूलो वावारो तिण्ह जोगाणं सामनविसेसत्ता भेओ अणुमोअणापसंसाणं। जह पुढवीदव्वाणं ण पुढो विसयस्स भेएणं तेणमणुमोअणिज्जं पसंसणिज्जं च होइ जाईए। . सुद्धं किच्चं सव्वं भावविसिटुं तु अन्नं पि . इअ लोइअलोउत्तर सामन्नगुणप्पसंसणे सिद्धे / मिच्छदिट्ठीण गुणे ण पसंसामो त्ति दुव्वयणं मग्गाणुसारि किच्चं तेसिंपणुमोअणिज्जमुवइटुं। सिवमग्गकारणं तं गम्मं लिंगेंहिं धीरेहिं . परपाखंडिपसंसा इहइं खलु को वि णेवमझ्आरो / सो तम्मयगुणमोहा अणवत्थाए व होज्जाहि / जइ हीणं तेसिं गुणं सम्मत्तधरो ण मन्नई त्ति मई / ता कस्स वि सुहजोगं तित्थयरो णाणुमन्निज्जा ता उस्सुत्तं मोत्तुं अणुमोइज्जा गुणे उ सव्वेसि / जं थोवा वि तओ लहेज्ज दुक्खं मरीइ व्व // 35 // // 36 // // 37 // // 38 // // 39 // // 40 // 8 . . .