________________ नणु जेडे वंदणयं इहयं जइ सोऽहिगिच्च पज्जायं। वक्खाणलद्धिविगले तो तम्मि णिरत्थयं णु तयं * . // 84 // पज्जाएण वि लहुओ वक्खाणगुणं पडुच्च जइ जेट्ठो / आसायणा इमस्स वि वंदावंतस्स रायणियं // 85 // भन्नइ इहयं जेट्ठो वक्खाणगुणं पडुच्च णायव्वो। सो वि य रायणिओ खलु तेण गुणेणं ति णो दोसो . // 86 / / जाणंतस्स हि अगुणं अप्पाणं सगुणभावविक्खायं / वंदावंतस्स परं दोसो मायाइभावेणं / .. // 87 // एत्तो अववाएणं पागडपडिसेविणो वि सुसत्थं / वंदणयमणुण्णायं दोसाणुववूहणाजोगा // 88 // निच्छयणएण इहयं पज्जाओ वा वओ वा ण पमाणं / / ववहारस्स पमाणं उभयणयमयं च घेत्तव्वं // 89 // एएण नाणगुणओ लहुओ जइ वंदणारिहो नूणं / / होइ गिहत्थो वि.तहा गुणंतरेणं ति णिद्दलियं ... // 90 // जेणेवं ववहारो विराहिओ होइ सो वि बलिअयरो / ववहारो वि हु बलवं इच्चाइअवयणसिद्धमिणं // 91 // उभयगहणा य णियणियठाणे कहियस्स सेवणं सेयं / तेण ण कत्थइ कस्स वि दोसोऽगहणे वि णायव्वो // 92 // चरणोवसंपया पुण वेयावच्चे य होइ खमणे य / सीयणमाइवसेणं गमणं पुण अण्णगच्छम्मि // 93 // आगंतुगो य पुराणओ अ जइ दो वि आवकहियाओ / . तो तेसु लद्धिमंतो ठप्पो इयरो अ दायव्वो // 94 // अह दो वि लद्धिमंता दिज्जइ आगंतुओ च्चिय तया णं / तयणिच्छाए इयरो तयणिच्छाए अ तच्चाओ // 95 // 44