________________ मूलगुणसंपउत्तो न दोसलवजोगओ इमो हेओ / महुरोवक्कमओ पुण पवत्तिअव्वो जहुत्तम्मि // 180 // पत्तो सुसीससद्दो एव कुणंतेण पंथगेणावि / गाढप्पमाइणो वि हु सेलगसूरिस्स सीसेण // 181 // नणु सेलगसेवाए जइ लद्धं सेलगस्स सीसत्तं / तं मुत्तूण गयाणं ता पंचसयाण तमलद्धं // 182 // तस्स य मूलगुणेसु संतेसु (विदुण्ह) गमणट्ठाणाई। तेसिं तस्स य जुत्तिक्खमाइ कह होंति वेहम्मा // 183 // मूलगुणसंजुअस्स य दोसे वि अवज्जणं उवक्कमिउं / धम्मरयणम्मि भणि पंथगणायंति चिंतमिणं // 184 // भन्नइ पंचसयाणं चरणं तुल्लं च पंथगस्सावि / अहिगिच्च उ गुरुरायं विसेसिओ. पंथओ तह वि // 185 // णियमेण चरणभावा पंचसयाणं पि जइ वि. गुरुराओ / तह वि अ परिणामवसा उक्किट्ठो पंथगस्सेसो // 186 // ण य एअं दुण्णेयं जं गोसालोवसग्गिए णाहे / अण्णाविक्खाइ सुओ बाढं रत्तो सुणक्खत्तो // 187 // पहुअणुरत्तेण तहा रुन्नं सीहेण मालुआकच्छे / तब्भावपरिणयप्पा पहुणा सद्दाविओ अ इमो // 188 // कस्स वि कत्थइ पीई धम्मोवायम्मि,दढयरा होइ / ण य अण्णुण्णाबाहा मूलच्छेआवहा एवं // 189 // अण्णेहिं पंथगस्स उ गुरुरागुक्करिसओ ण संगारो / गुरुसेवाइ स रत्तो अण्णे अब्भुज्जयविहारे // 190 // सेलयमापुच्छित्ता ठावित्ता पंथगं च अणगारं / गुरुवयावच्चकरं विहरंताणं पि को दोसो // 191 // = = 33