________________ // 138 // ता एयं पि पसत्थं तित्थयरेणावि भयवया गिहिणा / सयमाइन्नं दियदेवदूसदाणेणऽगिहिणा वि धम्मस्साइपयमिणं जम्हा सीलं इमस्स पज्जते / तव्विरयस्सावि जओ नियमा सनिवेयणा गुरुणो तम्हा सत्तऽणुरूवं अणुकंपासंगएण भव्वेणं / अणुचिट्ठियव्वमेयं इत्तो च्चिय सेसगुणसिद्धी // 139 // // 140 // - // 8 // पूजाविधिविंशिका // पूया देवस्स दुहा विनेया दव्वभावभेएणं / इयरेयरजुत्ता वि हु तत्तेण पहाणगुणभावा // 141 // पढमा गिहिणो साऽवि य तहा तहा भावभेयओ तिविहा / कायवयमणविसुद्धी सम्भूओगरणपरिभेया // 142 / / सव्वगुणाहिगविसया नियमुत्तमवत्थुदाणपरिओसा / कायकिरियापहाणा समंतभद्दा पढमपूया . // 143 // बीया उ सव्वमंगलनामा वाकिरियापहाणेसा / / पुव्वुत्तविसयवत्थुसु ओचित्ताणयणभेएण // 144 // तइया परतत्तगया सव्वुत्तमवत्थुमाणसनिओगा / सुद्धमणजोगसारा विनेया सव्वसिद्धिफला // 145 // पढमावंचकजोगा सम्मद्दिट्ठिस्स होइ मढम त्ति / इयरेयरजोगेणं उत्तरगुणधारिणो नेया // 146 // तइयां तइयावंचकजोगेणं परमसावगस्सेवं / . जोगा य समाहीहिं साहुज्जुगकिरियफलकरणा // 147 // पढमकरणभेएणं गंथासनस्स धम्ममित्तफला / सा हुज्जुगाइभावो जायइ तह नाणुबंधु त्ति // 148 // 13