________________ सह संबवणे छटे ण निग्गओ मग्ग-बहु ल-छट्ठीए। नरसह सजुओ पुस्साओ पायसं पर दिणे पत्तो // 4 // चउ वासे तं कत्तिय-सिय-तइयाए तहिं वणे नाणं / लभ्रूण गणहराणं अट्ठासीई तए ठविया // 5 // दो लक्खा साहू णं लक्खं अजाण वीस सहसा य / तुह भत्तिर या अजिओ सुतार या जुद्धविरिओ य॥ 6 // वयमड वीसंगूणं लक्खं पुव्वाण-लक्ख-दुगमाउं / चंदप्पहाओ सागर कोडीण गयाइ नवईए // 7 // भद्दवय-सुद्ध-नवमी समण सह सेण तंसि सम्मेए / पत्तो ठाणमणंतं ममावि वासं तहिं देहि // 8 // *** सिरि सीयलणाह-थुत्तं सीयलनाह ! महीअलंमि णमो संताववज्जियं काउं / वइसाह -क सिण-छट्ठीइ पाणयाओवइन्नोसि // 1 // भद्दिलपुरं मि दढरह-नंदाणं माह बारसीइ तुमं / कसिणाइ कणयवनो उप्पन्नो नवइ-धणुमाणो // 2 // सिरिवच्छ लं छ ण तुमं कु मरो पणुवीस पुव्व-सह साइं / दुगुणाई निवो छट्ठाउ मणुय-सह सेण सह संबे // 3 // नीहरिओ जम्म-तिहीइ परदिणे पायसं पुणव्वसुणा। दिनां वास-तिगंते पोससिय-चउद्दसीइ दिणे // 4 // तम्मि वणे वर नाणं तुहासि इगसीइ गणहराणं च। साहू ण सयसहस्सं अज्जा लक्खं तु छहि अहि यं // 5 // तुह पहु भत्ता बंभोऽसोया सीमंधरो य धरणीसो। पणुवीस-पुव्व-सह सा वयमाउं पुव्वलक्खं तु // 6 // सिरि सुविहिजिणिंदाओ गयम्मि नवगम्मि अयर-कोडीणं। वइसाह - बहु ल-बीयाइ साहु सहसेण सम्मेए // 7 // नाणेहिं तिहिवि चउहि वि पंचेहि वि जं न पत्त पुव्वं तु / तक्कालिच्चिय तं अक्खर पयं पत्त तुज्झ नमो // 8 // *** सिरि सेयंसणाह-थुत्तं तिहु यणलच्छीकन्नावयंस-सेयंस! तंसि. अच्चु यओ। सीह पुरे अवइन्नो बहु लाए जिट्ठ -छट्ठीए॥ 1 // जाओ सि विण्हु -विण्हू ण बारसीइ कसिणाए। लेख संग्रह 201