________________ मासे हिं नवहि फगुण-सामल छट्ठीइ तम्मि उज्जाणे / नाणं लभ्रूण कया पण-नवइ गणहरा तुमए॥ 5 // साहू ण तिन्नि लक्खा अज्जा चउ लक्ख तीस सहसा य। तुह भत्ता मायंगो संता तह दाणविरिओ य॥ 6 // पुव्वाणमवीसंगं लक्खं वयमाउं लक्ख वीसं च। . पउमप्पह नाहाओ नव सागरकोडि सह से हिं // 7 // कसिणए फग्गुण-सत्तमीइ पंचहिं सएहिं साहू णं / सम्मे यंम्मि सिवंगय सिवं गई देहि मह नाह ! // 8 // *** सिरि चंदप्पहणाह-थुत्तं चंदप्पह! पुह इमिमं मजतिं तममुहं मि उद्धरिउं / तुह बहु ल-चित्त पंचमि परिवजिय वेजयंत नमो // 1 // चंदपुरीइ महायस! पोसासिय-बार सीइ जाओ सि। . मह से ण-लक्खमाणं चंदको चंदधवलो यं // 2 // तं सढ सयधणू सिय कु मरो पुव्वाण सट लक्ख दुगं। राया सड्न छ लक्खे चउ वीसंगाय क यछट्ठो // 3 // नरसह सजुओ तं पोस-कसिण-तेर सि पवना सामन्नो / सहसंबे पत्तो सोमदत्त पर मन्नमन्नादिणे // 4 // मास तिगंते क सिणाइ फग्गुणे सत्तमीइ तम्मि वणे।. घाइचउक्क विमुक्के ण तेणवइ गणहरा विहि या // 5 // साहू सङ्ड दुलक्खा अज्जाओ असीइसह सलक्ख तिगं। भत्तिरओ तुह विजओ भिउडी मघवं च महिनाहो // 6 // लक्ख-म चउ वीसंगं कय वय दस पुव्व लक्ख सव्वाउं। , सागरको डिसएहिं नवहिं गएहिं सुपासाओ // 7 // भद्दवय-कसिण-सत्तमि निम्महि याऽसेस कम्म सम्मेए / मुणिसहसजुओ तं निव्वुओसि मम निव्वुयं कुणसु // 8 // *** सिरि सुविहिणाह-थुत्तं सिरिसुविहि नाह ! मह देहि वंछि यं वंछियाइं पूरे उं / चविओसि आणयाओ तं फग्गुण-कसिण-नवमीए॥ 1 // कायंदीए रामा-सुग्गीवाणं सुओसि मयरं को। मग्गसिर-पंचमीए कसिणाए चंद-गोरं गो॥ 2 // धणुसयपमाण कु मरत्तणम्मि पन्नास पुव्वसह साइं। रज्जम्मि गमिय तिच्चिय अट्ठावीसंग-सहि याई // 3 // 200 लेख संग्रह