________________ 221 138 491 128 बृहत्कल्पसूत्र-चूर्णि-पीठिकाविभागसत्क-गाथानां अनुक्रमणिका दुविह णिमित्ते लोभे 539 दुविहा य होंति पाता दुविही य होति सेज्जा 544 दुविहो अ होइ छेदो 713 दूमिय धूविय वासिय 587 देंति पणीयाहारं 753 देविंदरायगहवइ० 672 देसकुलजाइरूवी 242 देहे अभिवडते 228. दोण्हं अणाणुपुव्वी 268 दोण्हं पि अ जुयलाणं 643 दोसा खलु अलियादी 285 दो सागरा उ पढमो / 685 दोसाणं परिहारो दोसु वि परिणमइ मई 800 139 180 150 190 170 536 488 541 710 584 750 669 241 227 61 W0 266 164 77 174 126 202 640 283 682 476 797 480 . N धावंतो उव्वाओ धितिसंघयणे तुल्ला धूमनिमित्तं णाणं 322 204 28 11 318 320 ... 39 Pok 102 101 268 . 72 150 183 55 पगरणतो पुण सुत्तं पच्चक्ख परोक्खं वा पच्चोरुहणट्ठा खा० पज्जव पुव्वुद्दिट्टा . पट्टीवंसो दो धा० पडियरिठं सीहेणं पडिसद्दगस्स सरिसं पढमचरिमाउ सिसिरे पढमम्मि य चउलया पढमासति वाघाए पढमिल्लुगस्स असती पढिए य कहिय अहिगय पढितसुतगुणियमगुणिय पढिते य कहिय अहिगय पढिते.य कहिय अहिगय पढियसुयगुणियधारिय 270 585 725 197 524 546 467 466 535 474 414 134 140 123 122 136 124 111 113 582 722 196 521 543 463 462 532 470 414 416 708 418 711 180