________________ 263. पञ्चवस्तुक सूत्र 264. आचारांग सूत्र 265. तत्त्वार्थ टीका 266. दशवैकालिक सूत्र 267. पक्खिसूत्र 268. धर्मसंग्रहणी 269. पञ्चाशकसूत्र 270. संबोध प्रकरण 271. समवायांग सूत्र 272. स्थानांग सूत्र 273. उत्तराध्ययन सूत्र 274. सम्बोध प्रकरण 275. पञ्चवस्तुक 276. धर्मसंग्रहणी 277. पञ्चवस्तुक 278. प्रश्नव्याकरणसूत्र 279. आचारांग सूत्र . 280. प्रश्नव्याकरणसूत्र - 281. योगदर्शन 282. महाभारत शान्तिपर्व 283. मनुस्मृति 284. धर्मशास्त्र इतिहास पाण्डुरंग वामन काण्डे 285. मनुस्मृति 286. विनय पिटक महावग्ण 287. सुत्त निपात्त 288. विनयपिटक महावग्ग 289. विनय पिटक पातिमोक्ख पराजिक धम्म 290. संयुक्त निकाय 291. विनय पिटक पातिमोक्ख संघादि सेसधम्म 292. दीर्घ निकाय 293. विनय पिटक पातिमोक्ख पाचितिय धम्म 294. सुत्तनिपात 295. वही गा. 660,661 अ. 15 सू 399 पृ. 289 अ७/४ अ. ४/सू. 3 से 7 सू. 1 से 6 गा. 857 से 860 पं. 15 गा/३० से 34 गा.४१ से 85 सम. 25 स्था. गुप्ति वर्णन में अ. 16 गा. 171 गा. 654 गा. 1135 गा. 662 अ. 2/2 स्था. गुप्ति वर्णन में अ.१० अ. 2/31 अ. 6/47, 48 भाग१ पृ. 413 6/53,54 37/27 1/78/2 9/14 2 2/3 30 26,22 57/7,9 | आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व VIIIIIIIII चतुर्थ अध्याय | 319]