________________ अभयराजसुत्त w w w w 296. मज्झिम निकाय अभयराजसुत्त 297. विनयपिटक पातिमोक्ख पाचितिय धम्म 298. संयुक्त निकाय 299. विनय पिटक महावग्ग 300. आचारांग टीका 301. उत्तराध्ययन टीका 302. तत्त्वार्थ टीका 303. समवायांग 304. दशवैकालिक नियुक्ति 305. तत्त्वार्थ भाष्य 306. यति धर्म - विशिंका 307. संबोध प्रकरण (सुगुरू स्वरुप) 308. वही 309. यतिधर्मविशिंका 310. प्रशमरति 311. दशवैकालिक टीका 312. अभिधान राजेन्द्र कोष 313. पंचवस्तुक 314. पंचाशक 315. पंचाशक टीका 316. तत्त्वार्थ सूत्र 317. संबोध प्रकरण (निर्ग्रन्थ स्वरुप) 318. ज्ञानार्णव 319. नवतत्त्व 320. तत्त्वार्थ टीका 321. उत्तराध्ययन सूत्र 322. तत्त्वार्थ टीका 323. वही 324. नवतत्त्व गुजराती विवेचन 325. तत्त्वार्थ भाष्य 326. सम्बोध सित्तरि 327. वही 328. ज्ञानसार 42,9 1/56 श्रु. 1 अ-२, उद्द-५ अ. 28 पृ. 337 सम. 17 गा. 4,6 पृ. 390 11/90 उत्तरार्ध गा. 45 गा. 46 गा. 11/10 पूर्वार्ध गा. 172 अ.१ भाग -3, पृ११४३ गा. 912 गा. 11/3,4 पृ. 288, 289 अ. 9/18 5/251 से 260 सर्ग, ८/गा 3 गा. 32, 33 पृ. 468 सो 470 अ. २/से-३ . सू./पृ. 460, 465 सू. 9/9 पृ. 466, 467 पृ. 102 पृ. 410 गा. 76 गा.८१ अष्टक 9/1 | आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व VIII A चतुर्थ अध्याय | 3207