________________ पृ.४ गाथा. 9, पृ. 26 प्र.अ. 29/1 अध्याय-२/१ पृ. 21,22 गा.१० पृ. 4 पृ.८५ ढाल 2/1 अ. 28/8 श्लो. 115 गा. 57 प्रथम भाग. पृ. 52 पृ. 4 . 131. आवश्यकसूत्रावचूर्णि 132. पंचास्तिकाय और वृत्ति 133. तत्त्वार्थ राजवार्तिक 134. द्रव्यास्तिकाय 135. तत्त्वार्थ राजवार्तिक 136. पंचास्तिकाय 137. अनेकान्त व्यवस्था प्रकरणम् . 138. वही 139. द्रव्यगुण पर्याय रास 140. उत्तराध्ययन सूत्र 141. न्याय विनिश्चय 142. न्याय विनिश्चय 143. श्री भगवती टीका 144. श्रीमदावश्यकसूत्रनियुक्ति अवचूर्णि 145. नन्दीवृत्ति हारिभद्रीय 146. अनुयोग हारिभद्रीयवृत्ति 147. आवश्यक हारिभद्रीयवृत्ति 148. नन्दीसूत्र 149. विशेषावश्यक भाष्य 150. सम्मत्ति तर्क प्रथम काण्ड 151. लोकतत्त्व-निर्णय 152. वही 153. तत्त्वार्थसूत्र 154. द्रव्य-गुण-पर्याय रास 155. ललित विस्तरा 156. द्रव्य-गुण-पर्याय रास 157. श्री भगवतीजी सूत्र 158. अनुयोगसूत्र 159. श्री भगवतीजी सूत्र 160. उत्तराध्ययनसूत्र 161. स्थानांगवृत्ति 162. अभिधान राजेन्द्र कोष 163. आचारांग टीका पृ.८ पृ. 768 प 2 पृ. 645 गा. 12 श्लो. 11 श्लो. 118 अ. 7/37. ढाल 2/3 ढाल 3/15 श. 25, उद्दे.२ सू. 143 श. 25, उद्द. 4 28/7,8 स्था.४, उद्दे.२, सूत्र 252 पृ. 330 भाग.१, पृ. 513 श्रु. 2, अ. 4, उद्द.४ | आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व / द्वितीय अध्याय | 192 ]