________________ 98. स्थानांग सूत्र 99. वही 100. वही 101. लोकप्रकाश 102. आवश्यकनियुक्ति शिष्यहिता टीका 103. श्री भगवती (व्याख्या प्रज्ञप्ति) 104. तत्त्वार्थ भाष्य 105. तत्त्वार्थ वृत्ति 106. श्री ध्यानशतक हारिभद्रीयवृत्ति 107. तत्त्वार्थवृत्ति 108. प्रशमरति 109. योगशास्त्र 110. श्री भगवतीजी सूत्र 111. ध्यानशतक हारिभद्रीयवृत्ति 112. लोकप्रकाश 113. श्री भगवतीजी 114. लोकतत्त्वनिर्णय 115. वही 116. वही 117. वही 118. वही 119. षड्दर्शनसमुच्चय टीका 120. वीतराग स्तोत्र ' 121. सूत्रकृतांग 122. ललितविस्तरावृत्ति 123. धर्मसंग्रहणी 124. शास्त्रवार्तासमुच्चय टीका 125. नन्दीसूत्र हारिभद्रीयवृत्ति 126. विशेषावश्यक कोट्याचार्यवृत्ती 127. अभिधान राजेन्द्र कोष 128. अनुयोग हारिभद्रीयवृत्ति 129. नन्दी हारिभद्रीय वृत्ति 130. नन्दीसूत्र स्था 3, उद्दे. 2, सूत्र. 59 स्था.३, उद्दे.२, सूत्र. 60 स्था.३, उद्दे.२, ढा. 62, 63 सर्ग 12, गाथा. 39,40,41 पृ. 495 से 497 श.११, उद्दे. 10 पृ. 169 पृ. 166 पृ. 44 पृ. 166 श्लो. 211 श्लो. 105 श.११, उद्दे.१० पृ. 44 सर्ग.१२, गा. 45,46,47 श. 11, उद्दे. 10, पृ. 912 श्लोक. 12 श्लोक 51 श्लोक 135 श्लोक. 141 श्लोक. 137 पृ. 30 प्र. 7/8 अध्य.१, उद्दे. 3, गा. 5,6,7 पृ. 205 गा. 161 . स्त.३, पृ. 34 पृ. 108 पृ. 18 पृ. 2462 पृ.८ पृ.२ | आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व VIIIIIII IA द्वितीय अध्याय 191]