________________ 30. 28. ‘पउमचरियं, 3/62/21/13 (यहां मरूदेवी और पद्मावती के स्वप्नों में समानता है, मात्र मरूदेवी के संदर्भ में ‘वरसिरिदाम' शब्द आया है, जबकि पद्मावती के स्वप्नों में अभिसेकदाम' शब्द आया है- किंतु दोनों का अर्थ लक्ष्मी ही है।) 29. जैन साहित्य और इतिहास (नाथूराम प्रेमी), पृष्ठ 99 / णायाधम्मकहा (मधुकर मुनि) प्रथम श्रुतस्कंध, अध्याय 8, 26 31. * पउमचरियं 4/58, 5/98 32. पद्मपुराण (रविषेण), 4/66, 247 देखें पउमचरियं 21/22, पउमचरियं, इण्ट्रोडक्सन पेज 22 फुटनोट-३ 34. पउमचरियं, इण्ट्रोडक्सन पेज 21 35. पउमचरियं, 75/35-36 और 102/42-54 36. पउमचरियं, 102/181 37. अनेकान्त वर्ष 5, किरण 1-2 तत्त्वार्थ सूत्र का अन्तः परीक्षण, पं. फूलचंदजी पृ.५१ . सिद्धपयं उत्तमं पत्ता-पउमचरियं 86/12 / : 39. देखें, पउमचरियं इण्ट्रोडक्सन पज 21 गोप्या, यापनीया। गोप्यास्तु वन्द्यमाना धर्मलाभं भणन्ति।... षट्दर्शनसमुच्चय टीका 4/1 पउमचरियं, 118/117 42. वही, 118/103 43. थेरहितो णं अजवइरसेणिएहिंतो एत्थ णं अज्जनाइली साहा निग्गया'.... कल्पसूत्र 221, पृ. 306 44. नाइलकुल-वंसनांदिकरे..... भूयदिन्नमायरिए। - नन्दीसूत्र 44/45 45. पट्टावली परागसंग्रह (कल्याणविजयजी), पृ. 27 एवं 138-139