________________ सन्दर्भ-सूची 1. उबेरकर साEि 2. स्वमतात सिम्सी वी दर्शन में मालवाद Aश्री स्वामित स्मृति दिखीव अभाव 3. बृहदारण्यक 551 4 बन्देम 53 400 . वही 191, 512 8. वही, 1.11.5: 43.3 1. मुनि श्री हजारीपल स्मृविजय पृ 397 10. सागरमल मम बैट और गीता के आचार-दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन पृ. 209 11. विशेषकमान 1575 1572, 1557 12. या मसीह पश्चात्य दर्शन या समीक्षात्मक इतिहास", पृ. 198-200 13. अवय सूत्र 1.55 14 अवं स्वदहस्समेलो बोटे अवस्मृळे पूनावमा सिट प्रकृति समार -प्रमेयरलमाला 15. 'वीसारमादर्शना -न्यायसूत्र 3.1.25 19. मत्वा स्ववार्षिक 28 17 बुरीन्द्रिबारियो बतिरेको विशु शुक्म्। अस्त्वेव अश्विदात्मेति हेतुस्का सुदुर्गमः / / बुटन्द्रि-सावरावं आत्म बसां इरिणते स्मृमिजावट देहवेदनात् // अब स्मर्वानुमायामशेष झेव को असमीति वेदेशु वेदान्चेषु च मीयते / -शिवपुराण 7.1.5. 43-45 के स्माशंकर त्रिपाठी "शिवपुरुष की दार्शनिक तथा धार्मिक समालोचना" 18. 'जीवति प्रणिति भिरिन्द्रिक क्लायुः श्वासोच्छ्वासाख्यः जीव' -जैनदर्शन सार-प्रथमोध्यायः 19. (0 “निश्चयमवेन तु स्ववेतनात्मक स्वभवेन जीव" "ख मातको बीच -सर्वार्थसिद्धि' पृ.४ .. 20. 'बीको खोक्मयो अमुचि बता सदेह परिमाको कला संसारको सिटो सो विस्ससोडगई / / " -द्रव्यसंग्रह 21. शिव पुरव 51.5.4750 आत्मतत्व-चिन्तन / 82