________________ 80 / आर्हती-दृष्टि सन्दर्भ 1. आचारांग भाष्य आमुख, अ.६ 2. आचारांग नियुक्ति, गा. स. 251-52 / 3. आचारांग सूत्र, 6/28 4. आचारांग टीका, पृ. 5. 'अइअच्च सव्वतो संगंण महं अत्थि त्ति / इति एगोहमंसि।' आचारांग, सूत्र 6/38 6. रसापगाम न...... .उत्तराध्ययन 32/10 7. आगयपण्णाणाणं किसा बाहा भवन्ति, पयणुए य मंससोणिए। आ. 6/67 8. सुत्तनिपातः पधान-सुत्त 9-11 9. सीलमन्ता, उंवसन्ता, संखाए रीयमाणा। आ.६/८० १०.णिक्खित्तदण्डाणं समाहियाणं पण्णाणमंताणं / / आ. 6/3 11. आचारांग सूत्र, 6/73 12. वसट्टा कायरा जणा लूसगा भवन्ति। .. 13. उवसमेण / दशवैकालिक 8/38 6/95