________________ [ 31 नामउदयठाणा - भंगसंखा मनुज, 286 नाम्न उदयस्थानेषु मङ्गाः मव्वुदयविगप्पठवणा|नामउदयठाणा -20212-25 26 27 28 29 30 31 8 8 संग्गा उदए सब्वभंगा- 1 4211133 600 33 1202|0785/29171165 1 1704 1 | गिदियभंगा- 0 | 5|110 13 6 * * * * ... विगलिंदिय ,,000 पंचिंदियतिरिय", | | 0 576 1152/1728/1152 0 . 4906 576 576 1152 . . 0 2602 वेउठिवयतिरिय 2, मणुज , -600 * . | देवाण, - TEE * || 16 | 16 8 | * [.. | 6. तित्थयर , . .. * TRI * | 1 | 1 | 1 . 6 | केवलीणं ,- RI. I. | 0 |म.६) * (म.) |(म. / (6. | * 01/ 2 | वेउब्धियजइ ,, | 0 010 * * | 1 | 1 | | 0.0.3 | आइ रग , ... R2 | 2 || ... | नारक ,- | | || 1 | 1 | 0 | * 001 . "मणुज , तित्थयर,, + वेउब्धियजा नाम्नः मनास्थानानितिदुणउई 'उगुणउई अच्छलसी असीइ उगुसीई / अच्छप्पन्नत्तरि नव अg य नामसंताणि।। सूत्रम्-२६।। (222) [207] ठवणा-६३, 62, 86, 88, 86, 80, 76, 78, 76, 75, 6, 8 / गइ-अणुपुव्वी चउ चउ बंधण-संघाय-जाइ-वन-रसा 5 / तणु 5 पत्तेयं पण पण अंगतिगं अट्ठ फासा य // 181 // (223) [208] छागी छस्संधयणा विहदुग-दुगगंध सेयरा वीसं / पत्तेया अट्ठ भवे तेणउई नामसंताओ // 182 / / (224) [209] 1 "इगुनउई” इति वा, "गुणनउई / अडसी छलसी असीइ गुणसीई / अट्ठय०" इति वा / ..