________________ 686 .. पद्यानि पृष्ठाकाः पद्यानि पृष्ठावाः. प्रेसीद चण्डि त्यज मन्यु 126 | बननङ्गेषु रोमाञ्चं . 315,602 प्रसीद सद्यो मुञ्चे 396 / बैन्धुत्यागस्तनुत्यागो 105 प्रेहर मम तु कायं प्राक् 741 / बभौ मुखेनाप्रतिमेन प्रैहितः प्रधनाय माधवा 134,409 | बहुवल्लहस्सं जा होइ 701 प्राकामं दहता कृतः परिभवो 700 | बाणउ उजु माइगहिल . 296 प्राच्या निर्जितजम्भजिद्विपवरः 174 | बाणैः क्षुण्णेषु सैन्येषु प्राज्यप्रभावः प्रभवो 116,224 | बालत्तणदुल्ललिआए। प्राणानामनिलेन वृत्तिरुचिता 77 बाला ललिततीव्रखा 279 प्राप्तश्रीरेष कस्मात् 455,713 बाला विलासावलिहारि- 288 प्राप्तासौ वृषपर्वणः 740 बाला सुकालबालाका 279 प्रियमाधवे किमसि मय्य- 625 109,296 प्रिया प्रगल्भा ताम्बूलं 236 / बोले मालेयमुच्चैर्न 244 प्रियाललवलीताल 237 बाष्पक्लिन्नाविमौ गण्डौ प्रियेण संग्रथ्य विपक्षसंनिधौ 501 बिभर्ति यश्च देहाधैं प्रियोऽसि प्राज्ञोऽसि प्रभुरसि 480 ब्रह्माण्डकारणं योऽप्सु प्रीत्या खस्तिपदं विलोकितवती 638 ब्रह्माण्डच्छत्रदण्डः प्रेयानेव वृषस्तवापि 357, ब्रह्मेन्द्रोपेन्द्रादिगीर्वाणवन्यो 27 साका 6 फ. भ. फुल्लुक्करं कलमकूरसमं 693 भगिन्ययं नः प्रथमाभिसंधिः 98 भैई भोदु सरस्सइअ 306 बकुलकलिकाललामनि 242 / भद्रं ते सदृशं यदध्वगशतैः 316 भद्र माणवकाख्याहि. 1. वामनकाव्या० 3.1.12. 2. महावीरच. 2-49. 3. शिशुपा० 16. 1. काव्या. 2-11. 2. काव्याद० 52. 4. चण्डीश० 49. 5. शाकु. 3-147. 3. गा० स० 1-72. . न्त० 7-12. 6. ध्वन्यालो० 2.30. 4. अमरुश० 57. 5. सुभाषितापलो 7. मालतीमा०. 9.9. 8. किरा- धाराकदम्बस्य. 6. दशकुमा० 1. तार्जु० 8-37. 9. कर्पूरम० 1-19. / 7. कर्पूरम० 1.1. 8. शार्ङ्गध०.