________________ .. . अ. पा. सूः पृ. पुनतोः पोऽन्तश्च / / 2 / 33 / 176 त्रिचतुरस्तिसृचतसृ स्यादौ / 2 / 1 / 1 / 81 त्रिशद्विशतेडकोऽसंज्ञायाम् / 6 / 4 / 129 / 201 त्रेस्तु च / 7 / 1 / 166 / 217. वेस्त्रयः / 1 / 4 / 34 / 36 व्यन्त्यस्वरादेः / 7 / 4 / 43 / 208 त्वमहं सिना प्राक् चाकः / 2 / 1 / 12 / 8 त्वमौ प्रत्ययोत्तरपदे चैकस्मिन् / 2 / 1 / 11 / 89 थो न्थ् / 1 / 4 / 78 / 61 दक्षिणापश्चात्पुरसस्त्यण . / / 3 / 13 / 184 दक्षिणोत्तराच्चातस् / 7 / 2 / 117 / 231 . दध्यस्थिसक्थ्यक्ष्णोऽन्तस्यान् / 1 / 4 / 63 / 51 दन्तपादनासिका-शक्न वा / 2 / 1 / 101 / 75 दामः सम्प्रदानेऽधर्म्य आत्मने च। 2 / 2 / 12 / 122 दाम्नः / 2 / 4 / 10 / 103 दिगादिदेहांशाद् यः / 6 / 3 / 32 / 185 दितेश्चैयण वा.. / 6 / 1 / 69 / 167 . दिव औ सौ :: / 2 / 1 / 117 / 80