________________ (18) तद् वेत्त्यधीते - अ. पा. सू. , . पृ. तयुक्त हेतौ / 2 / 2 / 100 / 128 तद्वति धण् / 7 / 2 / 108 / 230 / 6 / 2 / 117 / 180 तमर्हति / 6 / 4 / 177 / 203 तं पचति द्रोणाद् वाञ् / 6 / 4 / 161 / 203 तं भाविभूते / 6 / 4 / 106 / 200 तरति 6i,4 / 9 / 193 लव मम ङसा / 2 / 1. / 15 / 90 तवर्गस्य श्चवर्ग-चटवर्गों / 1 / 3 / 60 / 14 तस्मै भृताधीष्टे च / / 4 / 107 / 200 तस्मै योगादेः शक्ते . / / 4 / 94 / 198 तस्मै हिते / 7 / 1 / 35 / 205 तस्य / 7 / 1 ! 14 / 207 तस्य वापे / 6 / 4 / 151 / 202 तस्याहे क्रियायां वत् / 7 / 1 / 5.1 / 207 / 6 / 3 / 160 / 190 / 2 / 2 / 14 / 126 ताभ्यां वा डित् / 2 / 4 / 15 / 102 तिरसस्तियति / 3 / 2 / 124 / 71 तिलादिभ्यः स्नेहे तैलः / 7 / 1 / 136 / 213 तीयशवबीजात् कृगा कृषौ डान्। 7 / 2 / 135 / 233 तस्येदम् तादर्थ्य