________________ अ. पा. सू. . . उपमेयं व्याघ्रायैः साम्यानुक्तौ / 3 / 1 / 102 / 140 उपान्वध्याङ्वसः / 2 / 2 / 21 / 121 / 6 / 3 / 118 / 188 उवर्णयुगादेर्यः / 7 / 1 / 30 / 205 . उष्ट्रादका / 6 / 2 / 36 / 176 उप्ते उहशुभमो युस् / 7 / 2 / 17 / 222 ऊर्ध्वाद् रिरिष्टातावुपश्चास्य / 7 / 2 / 114 / 231. ऋकपूःपथ्यपोऽत् / 7 / 3 / 76 / 157 ऋते तृतीयासमासे / 1 / 2 / / 11 ऋते द्वितीया च . / 2 / 2 / 114 / 121 . ऋतो डुर् / 1 / 4 / 37 / 39 ऋतो वा तौ च ऋत्यारुपसर्गस्य / 1 / 2 / 9 / 10 ऋत्विजदिश-ष्णिहो गः / 2 / 1 / 69 / 84 ऋदुदितः / 1 / 4 / 70 / 73 ऋदुदित्तरतम-हस्वश्च / 3 / 2 / 63 / 156 ऋदुशनस् पुरुवंशोऽनेहसश्च सेर्डाः। 1 / 4 / 84 / 34 ऋवर्णोवर्ण-लुक / 7 / 4 / 71 174