________________ इन् ङीस्वरे लुक्. इन्द्रियम्.. (7) . अ. पा. सू. पृ.। / 1 / 4 / 79 / 61 / 7 / 1 / 174 / 218 / 1 / 2 / 30 / 9 / 1 / 4 / 87 / / 62 इन्हन्पूषार्यम्णः शिस्योः ईडो वा ईश्च्वाववर्णस्यानव्ययस्य ईदूदेद् द्विवचनम् . . / 2 / 1 / 109 / 51 / 4 / 3 / 111 / 23.2 / / 1 / 2 / 34 / 12 / 7 / / 1 / 28 / 205 / 7 / 3 / 177 / 161 / 3 / 2 / 42 / 154 ईयः ईयसोः ई: पोमवरुणेऽग्नेः उः पदान्तेऽनूत् / 2 / 1 / 118 / 80 उतोऽनडुश्चतुरो वः - - / 1. / 4 / 81 / 56 उतोऽप्राणिनः-उङ् / 2 / 4 / 73 / 109 उत्करादेरीयः / 6 / 2 / 91 / 179 उत्सादेरञ् ... .. / 6 / 1 / 19 / 164 उदच उदीच् .... / 2 / 1 / 103 / / 72 उदितगुरो द्युक्तेऽब्दे / 6 / 2 / 5 / 171 उपज्ञाते , . . . . / / 3 / 191 / 191 उपमान सामान्यैः , . . / 3 / 1 / 101 / 140