________________ अपूर्व ग्रंथ छे. प्रलोकप्रमाण लगभग सात हजार जेटलुं छे. मूल्य रू. 4-0-0 छपाववाना ग्रंथो. 9 सम्यक्त्व प्रदीप 10 धर्मजीवनप्रदीप ( विजयधर्मसूरिरास ) 11 प्रदीपप्रकाश. गुजराती आ “जैनतत्व प्रदीप "नुं गुजराती भाषामां तैयार थयेलुं विवेचन छे. लगभग एक हजार पृष्ट जेटलो आ ग्रंथ थशे. 12 व्युत्पत्तिवाव्याख्या , संस्कृतमा एनामनी न्यायना ग्रंथनी टीका नव्यन्यायमां लगभग बे हजार प्रलोक जेटली थशे. 13 शक्तिवादटिप्पन संस्कृतमा नव्य न्याय शैलीमा लगभग पांचसो प्रलोक जेटलु. प्राप्तिस्थानश्री यशोविजय जैनग्रंथमाला. हेरीसरोड, भावनगर.. (काठियावाड)