________________ नि:शेषसिद्धान्तविचार-पर्याये व ण समणे भयवं महाबीरे कालगए वीरकते समुजाए छिण्णजाइजरामरणबंधणे सिद्ध बुद्धे मुत्ते परिनिन्धुए' इत्यादि / तथा, ज रयणि च ण समणे भगवं महावीरे कालगए जाव सबंदुक्खपहीणे सा ण रयणी बहूहिं देवेहिं देवीहि य ओवयमाणेहि य उप्पयमाणेहि य उज्जोविया आवि होत्था / तथा जरयणिं च ण समणे भगवं महावीरे कालगए त रयणि जेटुस्स अंतेवासिस्स गोयमस्त इंदभूइस्स अणगारस्स अंतेवासिस्स नायए पेजबांधणे वाच्छिण्णे अणंते अणुत्तरे जाव समुप्पण्णे / ज रयणि च ण समगे भगवं महावीरे कालगए तं रयणि नव मलई नव लेच्छई कासीकासलगा अट्ठारस गणरायाणो अमावासाए पाराभोए पासहोपवास पहावइंसु / गए से भायुज्जाए दाज्जायं करिस्सामी / जं रयणि च णं समणे भयव महावीरे कालगए तं रयाणि च ण खुद्दाए भासरासी नाम महम्गहे दोवाससहस्सठिई भगवओ जम्मनक्खत्त संकंते / जप्पभिई चणं से खुद्दाए भासरासी महम्गहे दोवाससहस्साठई समणस्स भगवओ महावीरस्स जम्मनक्खत्तं संकंते तप्पमिदं च ण समणाणं निगंथाण निगंथीण य उइए पूयासकार नो पवत्तइ / जया णं से खुद्दाए भासरासी महगहे दोवाससहस्सठिई भगवओ जम्मनकलत्ताओ बीइकंते भविस्सइ तया ण समणाणं निग्गंथाण उइए पूयासक्कारे पवत्तिस्सइ / जं रयणि च ण समणे भयवं महावीरे कालगए जाव त रयणि कुंथू अणुद्धरी नामं समुप्पन्ना जा ठिया अचलमाणा छउमत्थाण निग्गंथाण वा निग्गंथीण नो चक्खुफास हव्यमागच्छद। जा अठिया चलमाणा छउमत्थाण निग्गंथाण वा निग्गंथीण वा चक्खुफास हव्वमागच्छइ, ज पासित्ता बहूहिं निग्गंथेहि य निग्गंधीहि य भत्ताई पञ्चक्खायाई, किमाहु भंते ! अजप्पभिई दुराराहए सामण्णे भविस्सह।