________________ 262 3 स्तवनसंग्रह श्री नेमिनाथस्तवन (धन धन वो जग में नरनार यह चाल) ____नमुं नेमनाथ महाराज, सांवरीया प्रीत लगाने वाले, आंकणी। तेरी मूरत मोहनगार, मेरी अखियनको सुखकार / तुम दर्श कियां आनंद अपार, प्रभु मोसे प्रीत लगाने वाले, .. न नेमनाथ० // 1 // किया पशुअनका उपकार, मुज पर क्युं न लगार / तुम दास करो उद्धार, प्रभु भवपार कराने वाले, नमुं० // 2 // कर सहसावनमें ध्यान, दिन पंचावन परमाण / लियो केवल शुभ ज्ञान, नाथ गिरनार दिपाने वाले, नमु०॥३॥ बावीसमा जिनचंद, प्रभु. शिवादेवी के है नंद, सौभाग्यविजय सब फंद हरो, हम नाथ कहाने वाले, नमुं नेमनाथ० // 4 // नेमि राजुल पद .. राजुल पुकारे नेम, पिया ऐसी क्या करी / मुझे छोडके चले, चूक हम से क्या परी // राजुल पुकार० // 1 // हुई आश की निरास, उदासीनता धरी / /