________________ 1160 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वासाणुक्कोसिया भवे / आउठिई आऊणं, अंतोमुहुत्तं जहणिया // 89 // असंखकालमुक्कोसा, अंतोमुहत्तं जहणिया। कायठिई आऊणं, तं कायं तु अमुंचओ॥९०॥ अणंतकालमुक्कोसं, अंतोमुहत्तं जहण्णयं / विजढंमि सए काए, आऊजीवाण अंतरं . // 91 / / एएसिं वण्णओ चेव, गंधओ रसफासओ / संठाणादेसओ .वावि, विहाणाई सहस्ससो // 92 // दुविहा वणस्सईजीवा, सुहुमा बायरा तहा / पजत्तमपजत्ता, एवमेए दुहा पुणो // 93 // बायरा जे उ पजत्ता, दुविहा ते वियाहिया / साहारणसरीरा य, पत्तेगा य तहेव य // 94 // पत्तेगसरीराओ,ऽणेगहा ते पकित्तिया / रुक्खा गुच्छा य गुम्मा य, लया वल्ली तणा तहा // 95 // वलया पव्वगा कुहुणा, जलरहा ओसही तहा / हरियकाया बोद्धव्वा, पत्तेगाइ वियाहिया // 96 // साहारणसरीराओ,ऽणेगहा ते पकित्तिया / आलुए मूलए चेव, सिंगबेरे तहेव य // 97|| हरिली सिरिली सस्सिरिली, जावई केयकंदली / पलंडुलसणकंदे य, कंदली य कुहुव्वए // 98 / / लोहिणी हूयथी हूय, कुहगा य तहेव य / कण्हें य वजकंदे य, कंदे सूरणए तहा // 99 // अस्सकण्णी य बोधया, सीहकण्णी तहेव य / मुसुंढी य हलिद्दा य,ऽणेगहा एवमायओ॥१००॥ एगविहमणाणत्ता, सुहुमा तत्थ वियाहिया। सुहुमा सव्वलोगंमि, लोगदेसे य बायरा // 101 // संतई पप्पऽणाईया, अपजव. सिया वि य / ठिई पडुच्च साईया, सपजवसिया वि य // 102 // दस चेव सहस्साई, वासाणुक्कोसिया भवे ।वणप्फईण आउं तु, अंतोमुहुत्तं जहणिया // 10 // अणंतकालमुक्कोसा, अंतोमुहुत्तं जहणिया। कायठिई पणगाणं, तं कायं तु अमुंचओ // 104 // असंखकालमुक्कोसं, अंतोमुहुत्तं जहण्णयं / विजदंमि सए काए, पणगजीवाण अंतरं // 105 // एएसिं वण्णओ चेव, गंधओ रसफासओ / संटाणादेसओ वावि, विहाणाई सहस्ससो // 106 // इच्चेए थावरा तिविहा, समासेण वियाहिया। इत्तो उ तसे तिविहे, वुच्छामि अणुपुव्वसो // 107 // तेऊ वाऊ य बोधवा, उराला य तसा तहा। इच्चेए तसा तिविहा, तेसिं भेए सुणेह मे // 108 // दुविहा तेऊजीवा उ, सुहुमा बायरा तहा / पजत्तमपजत्ता, एवमेए दुहा पुणो // 109 // बायरा जे उ पजत्ता,ऽणेगहा ते वियाहिया। इंगाले मुम्मुरे अगणी, अच्चि. जाला तहेव य // 110 // उक्का विज्जू य बोधव्वा, ऽणेगहा एवमायओ। एराविहमणाणत्ता, सुहुमा ते वियाहिया // 111 // सुहुमा सव्वलोगंमि, लोगदेसे य बायरा / इत्तो कालविभागं तु, तेसिं बुच्छं चउन्विहं // 112 // संतई पप्पऽणा