________________ 1158 अनंगपविट्ठसुत्ताणि फासओ उण्हए जे उ, भइए से उ वण्णओ / गंधओ रसओ चेव, भइए संठाणओं वि य॥४०॥ फासओ णिद्धए जे उ, भइए से उ वण्णओ। गंधओ रसओ चेव, भइए संठाणओ वि य / / 41 // फासओ लुक्खए जे उ, भइए से उवण्णओ। गंधओ रसओ चेव, भइए संठाणओ वि य // 42 // परिमंडलसंठाणे, भइए से उ. वण्णओ। गंधओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य // 43 // संठाणओ भवे वट्टे, भइए से उ वण्णओ / गंधओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य ||44|| संठाणओ भवे तंसे, भइए से उ वण्णओ / गंधओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य // 45 // संठाणओ जे चउरंसो, भइए से उ वण्णओ / गंधओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य // 46 // जे आययसंठाणे, भइए से उ वण्णओ। गंधओ रसओ चेव, भइए फासओ वि य / / 47 // एसा अजीवविभत्ती, समासेण वियाहिया / इत्तो जीवविभत्ति, बुच्छामि अणुपुबसो // 48 // संसास्था य सिद्धा य, दुविहा जीवा वियाहिया / सिद्धा णेगविहा वुत्ता, तं मे कित्तयओ सुण // 49 // इत्थी-पुरिससिद्धा य, तहेव य णपुंसगा। सलिंगे अण्णलिंगे य, गिहिलिंगे तहेव य // 50 // उक्कोसोगाहणाए य, जहण्णमज्झिमाइ य / उट्टे अहे य तिरियं च, समुइंमि जलंमि य // 51 // दस यणपुंसएसु, वीसं इत्थियासु य। पुरिसेसु य अट्ठसयं, समएणेगेण सिज्झई // 52 // चत्तारि य गिहिलिंगे, अण्णलिंगे दसेव य / सलिंगेण अट्ठसयं, समएणेगेण सिज्झई // 53 // उक्कोसोगाहणाए य, सिझंते जुमवं दुवे / चत्तारि जहण्णाए, मज्झे भट्ठत्तरं सयं // 54 // चउरुङ्लोए य दुवे समुद्दे, तओ जले वीसमहे तहेव य / सयं च अट्टत्तरं तिरियलोए, समएणेगेण सिज्झई धुवं // 55 // कहिं पडिहया सिद्धा?, कहिं सिद्धा पइट्ठिया ? कहिं बोंदि चइत्ताणं ?, कत्थ गंतूण सिज्झई ? // 56 // अलोए पडिहया सिद्धा, लोयग्गे य पइट्ठिया / इहं बोंदि चइत्ताण, तत्थ गंतूण सिज्झई / / 57 / / बारसहिं जोयणेहिं, सव्वट्ठस्सुवरि भवे / ईसिपब्भारणामा उ, पुटवी छत्तसंठिया // 58 // पणयालसयसहस्सा, जोयणाणं तु आयया / तावइयं चेव वित्थिण्णा, तिगुणो साहियपरिरओ // 59 // अट्ठजोयणबाहल्ला, सा मज्झमि वियाहिया। परिहायंती चरिमंते, मच्छिपत्ताउ तणुयरी // 60 // अज्जुणसुवण्णगमई, सा पुढवी णिम्मला सहावेण / उत्ताणगच्छत्तगसंठिया य, भणिया जिणवरेहि // 61 // संखककुंदसंकासा, पंडुरा णिम्मला सुहा / सीयाए जोयणे तत्तो, लोयंतो उ वियाहिओ // 62 // जोयणस्स उ जो तत्थ, कोसो उवरिमो भवे / तस्स कोसम्स छन्माए, सिद्धाणोगाहणा भवे // 63 / / तत्थ सिद्धा महाभागा, लोगग्गंमि पई ट्ठिया / भव