________________ 1150 अनंगपविट्ठसुत्ताणि उ उवेइ दुक्ख / दुइंतदोसेण सएण जंतू, ण किंचि भावं अवरज्झई से // 9 // एगेतरसे रुइरंसि भावे, अतालिसे से कुणई पओसं। दुक्खस्स संपीलमुवेइ बाले, ण लिप्पई तेण मुणी विरागो // 91 / / भावाणुगासाणुगए य जीवे, चराचरे हिंसइ. ऽणेगरूवे / चित्तेहि ते परितावेइ बाले, पीलेइ अत्तट्टगुरू किलिट्टे // 92 / / भावाणु. वाएण परिगहेण, उप्पायणे रक्खणसण्णिओगे। वए विओगे य कहं सुहं से, संभोगकाले य अतित्तलाभे // 93 // भावे अतित्ते य परिगहमि, सत्तोवसत्तो ण उवेइ तुढ़ि / अतुट्टिदोसेण दुही परस्स, लोभाविले आययई अदत्तं // 94 // तण्हाभिभूयस्स अदत्तहारिणो, भावे अतित्तस्स परिग्गहे य / मायामुसं वइ लोभदोसा, तत्थावि दुक्खा ण विमुच्चई से // 95 // मोसस्स पच्छा य पुरत्थओ य, पओगकाले य दुही दुरंते / एवं अदत्ताणि समाययंतो, भावे अद्वित्तो दुहिओ अणिस्सो // 96 // भावा.. गुरत्तस्स णरस्स एवं, कत्तो सुहं होज कयाइ किंचि। तत्थोवभोगे वि किलेसदुक्खं, णिवत्तई जस्स कएण दुक्खं // 97 // एमेव भावंमि गओ फ्ओसं, उवेइ दुक्खोह. परंपराओ / पदुद्दचित्तो य चिणाइ कम्मं, जं से पुणो होइ दुहं विवागे // 98 // भावे विरत्तो मणुओ विसोगो, एएण दुक्खोहपरंपरेण / ण लिप्पई भवमज्झे वि संतो, जलेण वा पोक्खरिणीपलासं // 99 // एविंदियत्था य. मणस्स अत्था, दुक्खस्स हेडं मणुयस्स रागिणो / ते चेव थोवं पि कयाइ दुक्खं, ण वीयरागस्स करेंति किंचि // 100 // ण कामभोगा समयं उवैति, ण यावि भोगा विगई उवेति / जे तप्पओसी य परिग्गही य, सो तेसु मोहा विगई उवेइ // 101 // कोहं च माणं च तहेव मायं, लोहं दुगुंछं अरइं रइं च / हासं भयं सोगपुमिथिवेयं, नपुंसवेयं विविहे य भावे // 102 // आवजई एवमणेगरूवे, एवंविहे कामगुणेसु सत्तो। अण्णे य एयप्पभवे विसेसे, कारुण्णदीणे हिरिमे वइस्से // 103 // कप्पं ण इच्छिज सहायलिच्छू पच्छाणुतावे ण तवप्पभावं / एवं वियारे अमियप्पयारे, आवजई इंदियचोरवस्से // 10 // तओ से जायंति पओयणाई, णिमज्जिउंमोहमहण्णवमि / सुहेसिणो दुक्खविणोयणट्ठा, तप्पच्चयं उज्जमए य रागी // 105 // विरजमाणस्स य इंदियत्था, सद्दाइया तावइयप्पगारा / ण तस्स सव्वे वि मणुण्णयं वा, णिव्यत्तयंती अमणुण्णयं वा // 106 // एवं ससंकप्पविकप्पणासु, संजायई समयमुवटियस्स / अत्थे य संकप्पयओ तओ से, पहीयए कामगुणेसु तण्हा // 107 // स वीयरागो कयसव्व किच्चो, खवेइ णाणावरण खणेणं / तहेव दंसणमावरेइ, जं चतरायं पकरेइ कम्मं // 1.8 // सव्वं तओ जाणइ पासए य, अमोहणे होइ णिरंतराए / अणासवे झाणसमाहिजुत्ते, आउखए