________________ __उत्तरज्झयणसुत्तं अ. 24 1127 महायमं // 86 // पंचमहब्वयधम्मं, पडिवजइ भावओ। पुरिमस्स पच्छिमंमि, मन्गे तत्थ सुहावहे ||87 // केसीगोयमओ णिच्चं, तंमि आसि समागमे / सुयर्सलसमुकरिसो, महत्थत्थविणिच्छिओ // 8 // तोसिया परिसा सव्वा, सम्मन्गं समुवट्ठिया। संथुया ते पसीयंतु, भयवं केसिगोयमे // 89 // त्ति-बेमि // इति केसिगोय. मिज्जणामं तेवीसइमं अज्झयणं समत्तं // 23 // अह समिईओ णामं चउवीसइमं अज्झयणं अट्ठ पवयणमायाओ, समिई गुत्ती तहेव य / पंचेव य समिईओ, तओ गुत्तीउ आहिया // 1 // इरियोभासेसणादाणे, उच्चारे समिई इय / मणगुत्ती वयगुत्ती, कायर्गुत्ती य अट्ठमा // 2 // एयाओ अट्ट समिईओ, समासेण वियाहिया। दुवालसंगं जिणग्वायं, मायं जन्थ उ पवयंणं // 3 // (1) आलंबणेण कालेणे,, मग्गेण जयणाई य / च उकारणपरिसुद्धं, संजए इरियं रिए // 4 // तत्थ आलंबणं णाणं, सणं चरणं तहा / काले य दिवसे वुत्ते, मग्गे उप्पहवज्जिए // 5 // दव्वओ खेतओ चेव, कालओ भावओ तहा। जयणा चउन्विहा वुत्ता, तं में कित्तयओ सुण // 6 // दव्वओ चक्खुमा पेहे, जुगमित्तं च खेत्तओ। कालओ जाव री इजा, उवउत्ते य भावओ // 7 // इंदियत्थे विवज्जित्ता, सज्झायं चेव पंचहा। तम्मुत्ती तप्पुरत्कारे, उवरत्ते रियं रिए // 8 // (2) कोहे माणे य मायाएँ, लोभे य उवउत्तया / हाँसे मए मोहरिएँ विकहा तहेव य // 9 // एयाइं अट्ठटाणाई, परिवारजन्तु संजए / असावजं मियं काले, भासं भासिज पण्णवं / / 10 / / (3) गवसणाएं गहेणे य, परिभोगेसणा य जा। आहारोवहिंसेजाएँ, एए तिष्णि विसोहए // 1 // उग्गमुप्पायणं पढमे, बीए सोहेज एसणं / परिभोयम्मि चउक्कं, विसोहेज जयं जई // 12 / / (4) ओहोवोवगे हियं, भंडगं दुविहं मुणी / गिण्हंतो णिक्खिवंतो य, पउंजेज इमं विहिं // 13 // चवखुसा पडिलेहित्ता, एमज्जेज जयं जई / आइए णिक्खिवेजा वा, दुहओऽवि समिए सया // 14 // (5) उच्चारं पासवणं, खेलं सिंघाणजल्लियं / आहारं वहिं देहं, अण्णं वावि तहाविहं // 15 // अणावायमसंलोए, अणावाए चेव होइ संलोएं। आवायमस्लोएँ, भवाए चेव संलोएँ // 16 / / अणावायमसंलोए, परस्सऽणुवघाइए / समे अज्इ सिरे वावि, अचिरकालकयम्मि य // 17 // विस्थिण्णे दुरमोगाढे, णासपणे बिलज्जिए / तसपाणबीयरहिए, उच्चाराईणि वोसिरे // 18 // एयाओ पंच समिईओ, समासेण