________________ उत्तरज्झयणसुत्तं अ. 23 1125 य / ते जिणिक्षु जहाणायं, विहरामि अहं मुणी ! // 38 // साहु गोयम ! पण्णा ते, लिण्णो मे संसओ इमो / अण्णो वि संसओ मज्झं, तं मे कहसु गोयमा ! // 39 / / दीसंति बहवे लोए, पासबद्धा सरीरिणो ! मुक्कपासो लहुभूओ, कहं तं विहरसी मुणी ? // 40 // ते पासे सव्वसो छित्ता, णिहतूण उवायओ / मुक्कपासो लहुन्भूओ, विहरामि अहं मुणी ! // 41 // पासा य इइ के वुत्ता ?, केसी गोयममब्ययी / केसिमेवं बुवंतं तु, गोयमो इणमब्बवी // 42 // रागद्दोसादओ तिव्वा, णेहपासा भयंकरा / ते छिंदित्तु नहाणायं, विहरामि जहक्कम // 43 // साहु गोयम ! पण्णा ते, छिणो मे संसओ इमो / अण्णो वि संसओ मज्झं, तं मे कहसु गोयमा ! // 44 // अंतोहिययसंभूया, लया बिट्टइ गोयमा ! फलेइ विसभक्खीणि, सा उ उद्धरिया कहं ? // 45 // तं लयं सव्वसो छित्ता, उद्धरित्ता समूलियं / विहरामि जहाणायं, मुक्कोमि विसभक्खणं ॥४६॥लया य इह का वुत्ता ?, केसी गोयममब्बवी / के सिमेवं बुवंतं तु, गोयमो इणमब्बवी // 47 // भवतण्हा लया वुत्ता, भीमा भीमपलोदया। तमुच्छित्तु जहाणायं, विहरामि जहासुहं // 48 // साहु गोयम ! पण्णा ते, हिष्णो मे मंसओ इमो। अण्णो वि संसओ मज्झं, तं मे कहसु गोयमा! // 49 // संपजलिया घोरा, अग्गी चिट्ठ गोयमा!। जे डहंति सरीरत्था, कहं विज्झाविया तुमे ? // 50 // महामेहप्पसूयाओ,गिज्झ वारि जलुत्तमं / सिंचामि सययं देह, सित्ता णो व उहंति मे // 51 // अग्गी य इइ के वुत्ता ?, केसी गोयममब्बवी / केसिमेवं बुवंतं तु, गोयमो इणमब्बवी // 52 / / कसाया अग्गिणो वुत्ता, सुयसीलतवो जलं / सुयधारामिहया संता, भिण्णा हु ण डहति मे // 53 // साहु गोबम ! पण्णा ते, छिण्णो मे संसओ इमो / अण्णो वि संसओ मज्झं, तं म कहसुगोयमा!॥५४॥ उयं साहसिओ भीमो, दुट्ठस्सो परिधावई / जंसि गोयम ! आरूढो, कहं तेण ण हीरसि 1 // 55 // पधावंतं णिगिण्हामि, सुयरस्सीसमाहियं / ण मे गच्छइ उम्मग्गं, मग्गं च पडिवजई ॥५६॥आसे य इइ के वुत्ते ?, केसी गोयममन्नवी / केसिमेवं बुवंतं तु, गोयमो इणमब्बवी // 57 // मणो साहसिओ भीमो, दुट्ठस्सो परिधावई ।तं सम्मं तु णिगियहामि, धम्मसिक्खाइ कंथगं 158) साहु गोयम ! पण्णा ते, छिण्णो मे संसओ इमो / अण्णो वि संसओ मज्झं, 'तं मे कहसु गोयमा ! // 59 / / कुम्पहा बह्वो लोए, जेहिं णासंति जंतुणो / अद्धाणे कह वर्सेतो, तं ण णाससि गोयमा ! // 60 // जे य मन्गेण गच्छंति, जे य उम्मग्गपट्ठिया। ते सव्वे वेइया मज्झं, तो ण णस्सामहं मुणी ! // 61 // मग्गे य इइ के